अनुज हनुमत| Navpravah.com
जब से यूपी में योगी सरकार आई तब से उसके कार्य करने के स्टाइल को लेकर काफी चर्चा हो रही है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विवादों से चोली दामन का साथ रहा है । अब नया विवाद आगामी ताज महोत्सव को लेकर शुरू हो गया है। ताज आयोजन समिति ने 18 फरवरी को उद्घाटन के मौके पर श्रीराम भारती कला केंद्र द्वारा भगवान राम पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन तय किया है । इस मौके पर ताज महोत्सव के उद्घाटन के लिए आयोजन समिति ने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया है ।
तय कार्यक्रम के अनुसार 18 फरवरी को ताज महोत्सव का उद्घाटन होगा । ताज महोत्सव आयोजन समिति ने 18 फरवरी को उद्घाटन के मौके पर श्रीराम भारती कला केंद्र द्वारा भगवान राम पर आधारित नृत्य नाटिका का मंचन तय किया है। वहीं 19 फरवरी को लोक गायिका मालिनी अवस्थी का प्रोग्राम होगा। 20 फरवरी को बॉलीवुड नाइट है। 21 फरवरी को कव्वाली गायक असलम साबरी, 22 फरवरी को पुणे का ब्लैक एंड व्हाइट ग्रुप पुराने गीतों पर आधारित प्रोग्राम पेश करेगा। 23 फरवरी को मुशायरा और 24 फरवरी को कवि सम्मेलन होगा।
कार्यक्रम में शिरकत के लिए 25 से 27 फरवरी तक बॉलीवुड कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। जानकारी के मुताबिक ताज महोत्सव के कुछ प्रोग्राम सूरसदन और पालीवाल पार्क में भी होंगे। ताज महोत्सव आयोजन समिति ने प्रदेश के गवर्नर राम नाईक और CM योगी आदित्यनाथ को महोत्सव के उद्घाटन के लिए आमंत्रण लेटर भेज दिया है।
बहरहाल , अब इस पर शुरू हुई राजनीतिक बयानबाजी आने वाले समय मे बड़ा रूप ले सकती है। ताज महोत्सव का ये 27वां आयोजन है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि महोत्सव की शुरुआत श्रीराम के मंचन के साथ होने जा रही है, जिसको लेकर सूबे में सियासत भी गर्मा रही है। एक ओर जहां भाजपा श्रीराम के नाम से शुरुआत को शुभ बता रही है तो वहीं सपा इसकी घोर निंदा कर रही है। उनका कहना है कि ताजमहल दुनिया के अजूबों में से एक है इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, जिसकी हम निंदा करते हैं।
योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने इस पर कहा कि अगर ताज महोत्सव में राम नाटिका का मंचन नहीं होगा तो क्या पाकिस्तान में होगा। राम हमारे आदर्श हैं। अगर विपक्ष इसका मंचन पाकिस्तान में करवा सकती है तो करवाए। तो हम भी चलेंगे उनके साथ।