शिवसेना बीच में ही भाजपा का दामन छोड़ने की तैयारी में!

shiv-sena-is-in-the-middle-of-the-bjp-preparing-to-leave
शिखा पांडे | Navpravah.com
केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में भारतीय जनता पार्टी की मुख्य सहयोगी शिवसेना लंबे समय से भाजपा से खफा चल रही है और समय समय पर उसके खिलाफ आग उगलती नज़र आती है। कई बार पार्टी के मुखपत्र सामना के जरिए केंद्र की मोदी सरकार पर तीखी टिप्पणी की जाती रही है, लेकिन अक्सर गठबंधन तोड़ने की धमकी देने वाली शिवसेना इस बार इस मामले में कुछ गंभीर नज़र आ रही है।
अब की बार शिवसेना ने ऐलान किया है कि सरकार में रहने या नहीं रहने के संबंध में कोई भी फैसला जल्दी लिया जाएगा।
दरअसल शिवसेना के मंत्रियों, विधायकों और सांसदों की बैठक सोमवार को मुंबई में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री में संपन्न हुयी। बैठक के बाद सांसद संजय राउत ने मीडिया से बताया, “हम सरकार में रहेंगे या नहीं, इसका फैसला जल्द ही लिया जाएगा।” उन्होंने बताया कि इस संबंध में बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने शिवसेना अध्यक्ष को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया। पार्टी अध्यक्ष जो भी फैसला लेंगे, हम सब उसी फैसले को मान्य करेंगे।”

राउत ने कहा कि महंगाई से लोग त्रस्त हैं। किसानों का मुद्दा हल नहीं हुआ है। इन समस्याओं के लिए शिवसेना कतई ज़िम्मेदार नहीं है और जो भी आरोप लगाये जा रहे हैं, उसके हम भागीदार नहीं हैं।

गौरतलब है कि हाल ही में मोदी मंत्रिपरिषद के विस्तार को शिवसेना ने भाजपा का विस्तार बताया था। कारण भी पुख़्ता था। मंत्रिपरिषद विस्तार में सहयोगी दलों के किसी सदस्य को मंत्री नहीं बनाया गया था। 18 लोकसभा सांसदों वाली शिवसेना की विस्तार में अनदेखी की गई।  बीएमसी में भी इस बार शिवसेना और बीजेपी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। शिवसेना कई दफा भाजपा पर अपने अपमान का भी आरोप लगा चुकी है। उद्धव ठाकरे से इस बात की भी शिकायत सुनी जा चुकी है कि उन्हें अक्सर यह सुनने को मिलता है कि पीएम मोदी की वजह से ही उनके लोकसभा में 18 सांसद चुनकर आए, वरना उनकी 10 सीटें भी जीतने की औकात नहीं थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.