प्रमुख संवाददाता,
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव की गिरफ्तारी के मसले पर बयान देकर अपने लिए मुश्किलें खड़ी कर ली हैं। शीला ने कहा कि राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी के पीछे कोई राजनीतिक मंशा नहीं दिखती। उन्होंने कहा, “सीबीआई के पास जरूर सूचना रही होगी तभी राजेंद्र कुमार के घर और दफ्तर पर छापे मारे गए थे।”
दीक्षित के करीबी सूत्रों का कहना है कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की सुगबुगाहट के बीच अहम पदों से राजेंद्र कुमार को स्थानांतरित कर दिया गया था। गौरतलब है कि राजेंद्र कुमार पर यह आरोप है कि उन्होंने कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर और अन्य चीजों के सरकारी ठेके एक ही कंपनी को दिए जो कि कथित रूप से उन्हीं की ही थी। इस बीच दिल्ली सरकार ने राजेंद्र कुमार की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि केंद्र सरकार पर अपना निशाना साधा है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने सोमवार को राजेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई के मुताबिक 2007-14 के दौरान हुए भ्रष्टाचार के कई मामलों में उनकी भूमिका के चलते गिरफ्तार किया गया है। उस दौरान दिल्ली में शीला दीक्षित ही मुख्यमंत्री थीं। ऐसे में शीला दीक्षित का यह बयान उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।