शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
खींचातानी, आगे-पीछे, तू तू-मैं मैं करते करते अंततः कांग्रेस और समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में गठबंधन के लिए राज़ी हो गए हैं। समाजवादी पार्टी ने कल रात अंतिम दाव पेंच खेलते हुए गंठबंधन का फैसला सशर्त कांग्रेस के खेमे पर छोड़ दिया था, लेकिन अब कांग्रेस सूत्रों के हवाले से खबर है कि दोनों दलों का गंठबंधन होना तय हो गया है।
दरअसल समाजवादी पार्टी के उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार किरणमय नंदा ने शनिवार देर अखिलेश यादव से हुई वार्ता के बाद यह साफ किया था कि गंठबंधन का फैसला कांग्रेस को ही लेना है। उन्होंने कहा था कि हमने अपना प्रस्ताव कांग्रेस को दे दिया है। सीटों से लेकर तमाम आंकड़े भी कांग्रेस को दे दिये हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस आलाकमान को तय करना है कि गंठबंधन होगा या नहीं। नंदा ने स्पष्ट किया था कि अगर गंठबंधन नहीं होगा तो इसकी वजह हम नहीं बनेंगे।
अब खबर है कि दोनों पार्टियों का गठबंधन तय है। कांग्रेस सूत्रों ने दावा किया है कि अखिलेश यादव ने उसे 105 सीटें दी हैं। इसमें कुछ ऐसी सीटें होंगी जहां अखिलेश की पसंद के उम्मीदवार कांग्रेस से लड़ेंगे। यह खबर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव व संरक्षक मुलायम सिंह यादव द्वारा आज लखनऊ में दिन के 11 बजे के करीब घोषणा पत्र जारी करने के ठीक पहले आई है। घोषणापत्र जारी करने का कार्यक्रम प्रारम्भ भी हो चुका है। अखिलेश आज किसी समय भी गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस पहले 120 सीटों की मांग पर अड़ी थी। एक तरफ कांग्रेस अधिक से अधिक सीटें सपा से झटकना चाहती थी, दूसरी तरफ सपा ने खुद 300 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर कांग्रेस पर दबाव बढ़ा दिया था। समाजवादी पार्टी इस बात पर अड़ गयी थी कि वह 99 या 100 से ज्यादा सीटें किसी हाल में कांग्रेस को नहीं देगी।