एनपी न्यूज़ डेस्क|Navpravah.com
जम्मू-कश्मीर में चोटी कटने की घटना इन दिनों सुर्खियों में है| अनंतनाग जिले में शुक्रवार को भीड़ ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को भूलवश चोटी काटने वाला समझकर उसकी हत्या कर दी| वहीं प्रशासन ने अलगाववादियों द्वारा आहूत प्रदर्शनों के मद्देनजर एहतियात के तौर पर श्रीनगर के कई हिस्सों में शुक्रवार को प्रतिबंध लगाया है| साथ ही प्रदर्शन करने जा रहे अलगाववादी नेता यासीन मलिक और मीरवाइज उमर फारूक को हिरासत में लिया गया है|
पुलिस ने कहा कि अनंतनाग जिले के दंतेर गांव निवासी अब्दुल सलाम वाणी शुक्रवार तड़के अपने घर से शौच के लिए निकले थे कि तभी भीड़ ने उन्हें गलती से चोटी काटने वाला समझकर ईंट से उनके ऊपर हमला कर दिया| एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “उनकी मौके पर ही मौत हो गई”| वही पुलिस ने आगे कहा खानयार, नौहट्टा, रैनवाड़ी, एम|आर|गंज,, सफा कदल, मैसूमा और क्रालखंड के अधिकार क्षेत्रों में शुक्रवार को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत प्रतिबंध रहेगा| और ये प्रतिबंध शहर में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाए गए हैं| घाटी में बीते एक महीने में चोटी कटने की दर्जनभर से ज्यादा घटनाएं हुई हैं लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई| अपराधियों को पकड़ने में पुलिस की मदद के बजाए स्थानीय लोग निर्दोष लोगों की पिटाई कर रहे हैं|
आपको बता दें कि कश्मीर घाटी में चोटी काटने की रहस्यमयी घटनाओं के प्रति लोगों में बढ़ते गुस्से के मद्देनजर पुलिस ने रविवार को घोषणा की कि इन घटनाओं में शामिल अपराधियों को पकड़ने में सहायता करने वाले को बीस लाख रुपये इनाम दिया जाएगा|