एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों और मतपत्र (बैलट पेपर) से चुनाव कराने की विभिन्न दलों की मांग को सिरे से खारिज करते हुए आज कहा कि, चुनाव आयोग मतपत्र के दौर में वापस नहीं लौटेगा।
अरोड़ा ने आयोग द्वारा ‘चुनाव प्रक्रिया को समावेशी एवं सहज बनाने’ के विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुये कहा, मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हम मतपत्र के दौर में वापस लौटने नहीं जा रहे हैं।
ईवीएम को तकनीकी गड़बड़ियों से बचाने के लिए किए गए उपायों का जिक्र करते हुये अरोड़ा ने कहा, इस मशीन को सार्वजनिक क्षेत्र की उन दो कंपनियों ने बेहद पुख्ता तकनीकी सुरक्षा उपायों से लैस करते हुए बनाया है, जो हमारे देश के रक्षा प्रतिष्ठानों के लिए बहुत उल्लेखनीय काम कर रही हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, इसलिए एक बार फिर मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह सिर्फ मेरा ही नहीं बल्कि समूचे चुनाव आयोग का मत है कि हम मतपत्र के दौर में वापस लौटने नहीं जा रहे हैं, अरोड़ा ने कहा कि उस दौर में वापस नहीं लौटा जा सकता है जब मतपत्र बाहुबलियों द्वारा लूटे लिये जाते थे, मतगणना में देर होती थी, इसलिए मौजूदा व्यवस्था ही कायम रहेगी।