सौम्या केसरवानी,
इलाहाबाद। बड़े नोटों की बंदी के बाद से बाजार और व्यापार बेदम हैं। न खरीदरों की भीड़ है न दुकानों में जरूरत का हर सामान। सप्ताह में लाखों कमाने वाले व्यापारियों की कमाई हजारों में सिमट गई है। छोटे नोटों की किल्लत से होटल, ढाबा, कपड़ा बाजार, गिफ्ट शॉप के साथ ही किराना बाजार बेहाल है।
छोटे नोट न होने से किराने तक का सामान लोग नहीं ले पा रहे हैं। रेस्टोरेंट में खाना भी नहीं मिल रहा है। वहीं होटल में बगैर नोट के रात में रुकने में भी परेशानी हो रही है।
बीते एक सप्ताह से व्यापार का पहिया सुस्त पड़ा है। यही हाल सराफा मार्केट वाली कचौड़ी गली में दिखा। सराफ गपशप कर समय बिता रहे थे। किराना व्यापारी भी सुस्ताते नजर आए। व्यापार का औसत 20 से 30 फीसदी के बीच सिमट गया। कपड़ा व्यापारी हों या फिर कास्मेटिक्स व गिफ्ट शाप वाले, फिलहाल सब छोटे नोट न होने से परेशान रहे। रेस्टोरेंट व होटल मालिक भी पस्त हैं।
बाजार और व्यापार का हाल जानने के लिए व्यापारियों से बात की गई, तो उनका दर्द छलक आया। व्यापारियों ने बताया कि छोटे नोटों की कमी और दो हजार के नोट के छुट्टे न मिलने से बड़े बजारों से माल नहीं मिल रहा है।