एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
निपाह वायरस भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा बनता जा रहा है, निपाह वायरस से जहां अब तक 14 मौत हो चुकी हैं, वहीं, केरल से फलों और सब्जियों को भी बैन कर दिया गया है।
WHO का दावा है कि यह वायरस चमगादड़ की लार, यूरीन और मलमूत्र से फैलता है। खासकर उन फलों के जरिए जो चमगादड़ अक्सर पेड़ पर चखते हैं, विशेष रूप से यह ग्रेटर इंडियन फ्रूट बैट हैं जो दक्षिण एशिया में प्रचुर मात्रा में हैं, जिसमें निपाह वायरस होता है।
केरल के स्थानीय अखबारों के अनुसार, निपाह वायरस के खतरे को देखते हुए यूनाइटेड अरब एमिरेट्स और बेहरीन ने केरल से एक्सपोर्ट होने वाले फलों और सब्जियों को बैन कर दिया है।
दोनों देशों ने केंद्र सरकार को इस बाबत सूचना दी है, निपाह वायरस का खतरा बताते हुए जिन फलों को बैन किया गया उनमें केला, आम, अंगूर हैं, इसके अलावा खजूर के एक्सपोर्ट पर भी रोक है, इसके अलावा कई सब्जियां भी बैन कर दी गयी हैं।
निपाह वायरस से केरल में हुई मौत कोई पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी दो बार पश्चिम बंगाल में निपाह वायरस का अटैक हो चुका है, 2001 में सिलीगुड़ी में निपाह वायरस का खतरा मंडराया था। वहीं, 2007 में नादिया में निपाह वायरस का अटैक हुआ था। इस बार यह देश के दक्षिण राज्य में पहुंचा है।