सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
यूपी के नए बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय पीएम मोदी के मिशन में जुट गये हैं, यूपी में निकाय चुनाव और लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र वो ब्राह्मण और संगठन दोनों को सम्भालने की कोशिश करेंगे। उम्र के 60वें पड़ाव में पहुंच चुके पांडेय के सितारे यहीं से बदलने शुरू हुए और अब उन्हें मोदी-शाह ने वह जिम्मेदारी दे दी है जिसकी रणनीति पर 2019 की जमीन तैयार होगी।
सूबे की सत्ता योगी आदित्यनाथ को सौंपे जाने के बाद यह चर्चा तेज थी कि यूपी बीजेपी की कमान किसी दलित या ब्राह्मण चेहरे को सौंपी जा सकती है। हालांकि, रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति बनाए जाने के बाद रणनीतिकारों ने अध्यक्ष पद को जाति बंधन मुक्त कर दिया था।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के लिए अब एक ऐसे चेहरे की जरूरत थी जो संगठनात्मक अभियानों को गति दे सके और केंद्र के निर्देशों को जमीन पर उतार सके। शाह के भरोसेमंद लोगों में शुमार हो चुके महेंद्र इस कसौटी पर भी फिट उतरे।
महेंद्रनाथ पांडेय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के साथ ही सरकार और संगठन दोनों का ही केंद्र पूर्वांचल हो गया है। बनारस से पीएम नरेंद्र मोदी, चंदौली से राजनाथ सिंह, मिरजापुर से अनुप्रिया पटेल, गाजीपुर से मनोज सिन्हा और देवरिया से कलराज मिश्र केंद्र में मंत्री हैं। वहीं प्रदेश सरकार की कमान भी गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के पास है। पिछले 2 साल महेंद्र पांडेय की लिए उपलब्धियों से भरे रहे हैं। 2014 में लोकसभा का टिकट मिला और वह मोदी लहर में सांसद बने। 2016 में पहले मंत्रिमंडल विस्तार में मोदी कैबिनेट का हिस्सा हुए और अब एक और `ड्रीम पोस्ट` से नवाजे गए हैं।