शिखा पाण्डेय,
रियो ओलंपिक में महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज में लंबी दूरी की धाविका ललिता बाबर ने नया इतिहास रचा है। शनिवार को ललित ने राष्ट्रीय रिकार्ड बनाकर फाइनल के लिये क्वालीफाइ कर लिया। ललिता ट्रैक स्पर्धाओं में पीटी उषा के बाद फाइनल के लिये क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय एथलीट बन गयी हैं।
ललिता बाबर हीट दो में नौ मिनट 19.76 सेकेंड का समय निकालकर चौथे स्थान पर रहीं। वह ओवरआल सूची में सातवें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही।
ललिता ने हीट दो में अच्छी शुरूआत की और बीच में गिरने के बावजूद वह आधी रेस तक बढ़त पर थीं लेकिन 2500 मीटर के बाद उनकी गति धीमी पड़ गयी। कीनिया की बीटराइस चेपकोच, अमेरिका की एम्मा कोबर्न और ट्यूनीशिया की हबीबा घिरीबी उनसे आगे निकल गयीं। ललिता शीर्ष तीन में जगह बनाने में नाकाम रही।
आपको बता दें कि प्रत्येक हीट से शीर्ष तीन में जगह बनाने वाली एथलीट स्वत: ही फाइनल में पहुंच जाती हैं लेकिन इसके बाद सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली अगली छह एथलीटों को भी फाइनल में जगह मिलती है। ललिता का समय हीट तीन में शीर्ष तीन पर रही खिलाड़ियों से बेहतर था। इस प्रकार ललिता को फाइनल में जगह बनाने में सफलता मिली।
27 वर्षीय ललिता ने सात सेकेंड के अंतर से अपनी साथी सुधा सिंह का राष्ट्रीय रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने मई में शंघाई में नौ मिनट 26 . 76 सेकेंड का समय निकाला था। सुधा हीट तीन में नौ मिनट 43 . 29 सेकेंड का समय लेकर नौवें स्थान पर रहीं और इस तरह से क्वालीफाई करने से चूक गईं। वह 52 खिलाड़ियों के बीच कुल 30वें स्थान पर रहीं।