इंद्रकुमार विश्वकर्मा,
सेना ने अपने एक बयान में कहा है कि यूआरआई सेक्टर, कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास आतंकी आपरेशन के दौरान मारे गए पांच आतंकवादी जैश-ए -मुहम्मद के अफ़ज़ल गुरु ब्रिगेड से थे। सेना के मुताबिक आतंकी इस बार स्वतंत्रता दिवस के दौरान किसी बड़े हमले को अंजाम देने के मिशन पर थे।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बारामूला आधारित 19 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी , मेजर जनरल जे एस नैन ने कहा कि पाकिस्तानी आतंकवादी भारी हथियारों से लैस थे। वे स्वतंत्रता दिवस के दौरान मीडिया का ध्यान हटाने के लिए यूआरआई और गुलमर्ग सेक्टर सहित घाटी के शांतिपूर्ण क्षेत्रों में किसी भी सैन्य या नागरिक स्थापना के खिलाफ एक बड़ा हमला करने के फ़िराक़ में थे।
उन्होंने कहा कि सभी आतंकवादी अत्याधुनिक शस्त्रों व हथियारों से लैस थे। सेना की इस कार्यवाही में भारी मात्रा में शस्त्र, हथियार और गोला बारूद का एक बड़ा जखीरा बरामद किया गया है।
जीओसी ने कहा, ‘ इस हमले में दो एके 47 राइफल, 3 एके 56 राइफलें, 22 पत्रिका, तीन यूबीजीएल लांचर, 27 यूबीजीएल ग्रेनेड और 21 चीनी ग्रेनेड उनके पास से बरामद हुआ है’।