एनपी न्यूज़ नेट्वर्क । Navpravah.com
1993 मुंबई बम धमाकों के मास्टरमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को ब्रिटेन ने बड़ा झटका दिया है. ब्रिटेन में दाऊद की करीब 43 हजार करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई है. दाऊद इब्राहिम के खिलाफ भारत सरकार की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
ब्रिटेन के अखबार बर्मिंघम मेल ने फोर्ब्स बिजनेस मैग्जीन के हवाले से लिखा है कि कोलंबिया के ड्रग तस्कर पाब्लो एस्कोबार के बाद दाऊद दुनिया का दूसरा सबसे अमीर क्रिमिनल है. इससे पहले ब्रिटेन की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई थी, जिसमें कहा गया था कि दाऊद ब्रिटेन में 21 फर्जी नामों से रह रहा है.
उसके 21 नामों में अब्दुल, शेख, इस्माईल, अब्दुल अजीज, अब्दुल हमीद, अब्दुल रहमान, शेख, मोहम्मद, इस्माईल, अनीस, इब्राहिम, शेख, मोहम्मद भाई, बड़ा भाई, दाऊद भाई, इकबाल, दिलीप, अजीज, इब्राहिम, दाऊद, फारूकी, अनीस इब्राहिम, दाऊद, हसन, शेख, कासकर, दौद हसन, शेख इब्राहिम, मेमन कासकर, दाऊद हसन, इब्राहिम मेमन, दाऊद इब्राहिम, साबरी दाऊद, साहब, हाजी, और सेठ बड़ा शामिल हैं.
ब्रिटेन के वार्विकशायर में दाऊद के होटल हैं. जबकि मिडलैंड में दाऊद की कई रिहायशी प्रोपर्टी हैं. पिछले महीने ही यूके ट्रेजरी विभाग ने एक लिस्ट जारी की थी, जिसमें दाऊद के पाकिस्तान में तीन ठिकानों को जिक्र किया गया था. लंदन की प्रॉपर्टीज में सेंट जॉन वुड रोड, होर्नचर्च, एसेक्स, रिचमोंड रोड, टॉम्सवुड रोड, चिगवेल, रो हैम्पटन हाई स्ट्रीट, लंदन, लांसलोट रोड, थार्टन रोड, स्पाइटल स्ट्रीट, डार्टफर के बड़े-बडे रिहयाशी कॉम्पलैक्स और कामर्शियल बिल्डिंग्स शामिल हैं.
दाऊद की संपत्ति जब्त करने की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यूएई और लंदन यात्रा के दौरान शुरू हुई. दाऊद इब्राहिम को ग्लोबल टेरेरिस्ट घोषित करने के साथ ही उसके दुनिया भर में फैले तमाम बिजनेस और प्रॉपर्टी को जब्त करने का काम किया जा रहा है.
भारत सरकार ने कई देशों को दाऊद की संपत्तियों के बारे में पुख्ता जानकारियां दी हैं. जिसके बाद दाऊद को नेस्तनाबूद करने के लिए संबधित सरकारें कार्यवाही कर रही हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 1993 में हुए बम धमाकों के मामले में विशेष टाडा अदालत ने बीते दिनों सारे दोषियों को अपनी गुनाहो की सजा सुना दी गई है. साल्वे ने संवाददाताओं से कहा कि विशेष न्यायाधीश ने हत्या, हथियारों एवं गोला-बारूद की आपूर्ति, धमाके का षडयंत्र रचने जैसे गंभीर अपराधों में दोषियों पर जुर्माने भी लगाए. सभी छह दोषियों को विशेष अदालत ने 16 जून को दोषी करार दिया था जिसमें से एक मुस्तफा दोसा की 28 जून को मौत हो चुकी है.