अनुज हनुमत,
आज अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प और हिलेरी क्लिंटन के बीच कड़ा मुकाबला है। भारतीय समय के अनुसार, वोट सुबह 10.30 बजे न्यू हेम्शायर के डिक्शविल नॉच में डाला जाएगा और अगले दिन यानी 9 नवंबर को सुबह 6 बजे तक वोट डाले जाएंगे।
बुधवार सुबह 9.30 बजे या 10 बजे तक तस्वीर साफ होने की उम्मीद है। ये चुनाव अमेरिका के लिए काफी महत्वपूर्ण है। अमेरिका में दो मुख्य पार्टी है, रिपब्लिकन पार्टी और डेमोक्रेटिक पार्टी। 20 जनवरी 2017 से अमेरिका का अगला राष्ट्रपति व्हाइट हाउस में कार्यभार संभालेगा।
आपको बता दें कि रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं और डेमोक्रटिक पार्टी की तरफ से हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं। अंतिम क्षणों में ट्रंप और क्लिंटन ने पूरी ताकत झोक दी। गौरतलब हो कि अमेरिकी संविधान के मुताबिक कोई भी राष्ट्रपति आठ साल से ज्यादा के लिए पद पर नहीं रह सकता।
बराक ओबामा लगातार दो बार जीत कर आठ साल के लिए राष्ट्रपति रह चुके हैं। डेमोक्रटिक पार्टी से बराक ओबामा और बिल क्लिंटन अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं।
कैसे होता है अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव-
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन देश के मतदाताओं द्वारा अप्रत्यक्ष तरीके से होता है। यानी मतदाता एक निर्वाचक मंडल का चुनाव करते हैं। यह निर्वाचक मंडल राष्ट्रपति का चुनाव करता है।
अमेरिकी कांग्रेस के दो सदन हैं। प्रतिनिधि सदन में 435 जबकि सीनेट में 100 सदस्य हैं। कोलंबिया को मिलाकर कुल सदस्यों की संख्या 538 हो जाती है। यही 538 सदस्य राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। जिसे 270 या इससे ज्यादा वोट मिलेंगे, वो राष्ट्रपति बन जाएगा। बहुमत हासिल करने के लिए 538 में 270 वोट हासिल करना जरूरी है। 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट पाने वाला उम्मीदवार राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करता है।