एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
सरकारी बंगले को लेकर अखिलेश यादव आज सफाई देने मीडिया के सामने आए, राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मामले को गंभीर बताया था और जांच के निर्देश दिए थे।
सपा अध्यक्ष ने कहा, बंगले में सीएम के ओएसडी गए थे, उन्होंने कहा कि सरकार गिनती बताए, सारी टोटी वापस कर दूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने उस घर को अपने तरीके से बनवाया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने टोंटी दिखाते हुए कहा कि एक लैपटॉप की कीमत से ज्यादा टोंटी की कीमत नहीं है। उन्होंने कहा कि बंगले में जो मंदिर है वो हमने बनवाया था। हमें मेरा मंदिर लौटा दो।
अखिलेश ने कहा कि जो मेरी चीज थी, वो मैं लेकर गया, मशीनें हमारी हैं, हम ले गए, अगर सरकारी दस्तावेज में ये सभी चीजें दर्ज हैं तो मुझे दिखाएं, उन्होंने कहा कि सरकार कागज से चलती है बातों से नहीं चलती।
मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि सपा को बदनाम करने के लिए ये सब सरकार के इशारे पर हो रहा है, उन्होंने कहा बीजेपी की दिल बहुत छोटा है। स्विमिंग पूल को पाटे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्विमिंग पूल कहां था ये बताइए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि बंगले को मैंने अपनी पसंद से बनवाया था, आज भी वहां पर जो वुडेन फ्लोरिंग लगी है। मंदिर है और अन्य चीजें हैं। मैंने अपने पैसे से लगवाई हैं, तोड़फोड़ की खबरों पर अखिलेश यादव ने कहा कि उनके द्वारा बंगला खाली करने के बाद सीएम योगी के ओएसडी अभिषेक और आईएएस अफसर मृत्युंजय नारायण वहां गए थे।
मैं पूछना चाहता हूं कि वो क्या करने गए थे? ये लोग फोटोग्राफर लेकर गए थे। अखिलेश ने कहा कि बंगले में वुडेन फ्लोरिंग के साथ ही तमाम चीजें अभी भी जस की तस हैं। एक टूटे हुए कोने की तस्वीर इस तरह से खींची गई कि लगे कि पूरा बंगला ही खराब कर दिया गया है।