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महज कुछ महीनों की शांति के बाद पूरब का आक्सफोर्ड एक बार फिर हितों के टकराव को लेकर जल उठा है पर इस बार आमने सामने छात्र संघ के पदाधिकारी नही बल्कि विवि प्रशासन है । इलाहाबाद विश्वविद्यालय की सभी प्रवेश परीक्षाओं में ऑनलाइन के साथ ऑफ़लाइन का विकल्प देने की मांग को लेकर सोमवार को विवि कैम्पस में छात्र संघ के सभी पदाधिकारियों ने एकजुट होकर सर्वप्रथम सुबह कैम्पस में विवि प्रशासन के विरुद्ध जुलूस निकाला और दोपहर 12 बजे के आसपास विवि के सभी कार्यालयों को बन्द करवा दिया। इसके बाद छात्र संघ पदाधिकारी अध्यक्ष ऋचा सिंह ,उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह , महामन्त्री सिद्धार्थ सिंह गोलू के नेतृत्व में धरने पर बैठ गए। वहीँ दूसरी ओर ऑनलाइन परीक्षा का समर्थन कर रहे सैकड़ों छात्रों ने कुलपति महोदय से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा और अनुरोध किया कि विवि प्रशासन अपने इस निर्णय से पीछे न हटें। छात्रों के इस गुट का नेतृत्व कर रहे रिसर्च स्कॉलर अतुल नारायण सिंह ने कहा यह विवि के आगामी सत्र को लेट करने की साजिश मात्र है और इनके पास इसके आलावा कोई मुद्दा नही है और हमने आज ज्ञापन में भी कुलपति महोदय से मांग की कि विवि अपने इस निर्णय को वापस न ले, सत्र नियमित हो और कैम्पस में पठन पाठन का माहौल बन सके और विवि को अराजक तत्वों से सुरक्षित किया जाए।
छात्र संघ अध्यक्षा ऋचा सिंह का कहना है कि इस निर्णय से पूरी तरह ग्रामीण अंचल से आने वाले छात्र प्रभावित होंगे जो गाँवों से बड़ी आशा के साथ इस विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आते हैं। हम किसी भी छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे और विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिस प्रकार हमारे ऊपर लाठीचार्ज किया वो दुखद और शर्मनाक है। हम तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे जब तक विवि प्रशासन हमारी मांगे मान नही लेगा।
इसी मुद्दे पर ऑनलाइन पद्धति का विरोध कर रहे एबीवीपी के छात्र संघ नेता सूरज दुबे ने कहा की ऑनलाइन के साथ ऑफ़लाइन की व्यवस्था भी होनी चाहिए और कोई भी नई व्यवस्था जब लागू की जाती है उसके लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए, उसे छात्रों के ऊपर अचानक लादा नहीं जाना चाहिए। हमारे वि. में ग्रामीण क्षेत्र लगभग 70% छात्र पढ़ने के लिए आते हैं और ऐसे में इस व्यवस्था से उन्हीं का सबसे बड़ा घाटा होगा और हम किसी भी छात्र के साथ गलत नहीं होने देंगे।
विवि प्रशासन का कहना है की ये विरोध महज कुछ अराजक तत्वों द्वारा किया जा रहा है। इसमें कोई भी छात्र शामिल नहीं है और हमारे एडमिशन विभाग को भी अभी तक इस मुद्दे पर किसी छात्र द्वारा किसी भी प्रकार की कोई आपत्ति नहीं प्राप्त हुई है और जिस मांग को लेकर छात्र संघ पदाधिकारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं कि ऑनलाइन और ऑफ़लाइन दोनों प्रकार की व्यवस्था की जाए, वो अब नहीं की जा सकती क्योंकि ये मुमकिन नहीं है और फिर सत्र भी बहुत लेट हो जायेगा जिससे छात्रों का बहुत नुकसान होगा। इस समय कैम्पस में परीक्षाओं का समय चल रहा है और ऐसी दशा में किसी भी प्रकार की अराजकता स्वीकार नहीं की जायेगी और अगर किसी ने कैम्पस के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
आज आंदोलन के दूसरे दिन छात्र संघ के समस्त पदाधिकारियों द्वारा धरना प्रदर्शन जारी है। कुछ छात्र नेताओं ने कहा है कि अगर शाम तक विवि प्रशासन हमारी मांगों पर कोई ठोस विचार नहीं करता है तो हम आमरण अनशन करेंगे। अभी समाचार लिखे जाने तक छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है।