सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
वैज्ञानिकों ने मलेरिया के इलाज के लिए सबसे असरदार दवाई ढूंढ ली है। यह दवा दो ड्रग से मिलकर बनी है और वैज्ञानिकों ने इंसानों पर इसका सफल परीक्षण भी कर लिया है।
यह दवाई जर्मनी के टूबिगेन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकस मेडिसन और एक अन्य दवाई निर्माता कंपनी ने तैयार की है। यह ‘Fosmidomycin’ और ‘Piperaquine’ नाम के दो ड्रग को मिलाकर बनाई गई है।
इस दवाई को एक से 30 साल के मलेरिया से ग्रस्त लोगों पर तीन दिन के लिए आजमाया गया। इस टेस्ट में सामने आया कि इन लोगों में से 83 गंभीर मरीजों पर दवाई का 100 प्रतिशत असर हुआ है।
दो दवाईयों का ये मिश्रण शरीर में मौजूद मलेरिया के किटाणुओं को बढ़ने से रोकता है। इसके साथ ही इंसानी शरीर इस ड्रग को आसानी से झेल लेता है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है।
यह दवा नई विश्व स्वास्थ्य संस्थान (डब्लूएचओ) के सभी मानकों पर एकदम खरी उतरी है। इसमें मौजूद दो तरह के ड्रग अलग-अलग रूप से खून में मौजूद मलेरिया के पैरासाइट का खात्मा करते हैं।