एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
तंबाकू के इस्तेमाल और धूम्रपान करने वालों के आस-पास रहने वाले लोगों में टीबी का खतरा बढ़ जाता है और इससे जान को खतरा हो सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के ‘कफ’ अभियान में इसे प्रमुखता से बताया गया है।
इस बीमारी की पहचान करने में सबसे ज्यादा परेशानी इस बात की होती है कि धूम्रपान करने वाले लोग सोचते है कि खांसी उन्हें धूम्रपान की वजह से हो रही है।
सरकार के इस अभियान के जरिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वह डॉक्टर से मिलकर यह पक्का करें कि लगातार होने वाली खांसी कहीं टीबी का संकेत तो नहीं है।
इस अभियान को इस तरह डिजाइन किया गया है। जिससे टीबी उन्मूलन में मदद मिलें, लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित हो और समय पर टीबी की पहचान व इलाज हो।
जब साल 2017 में पहली बार विश्व तंबाकू दिवस पर ‘कफ’ अभियान लांच किया गया था। तब दुनिया में भारत पहला ऐसा देश था जो राष्ट्रीय स्तर पर तंबाकू नियंत्रित करने का अभियान चला रहा था।
पूरे भारत में ‘कफ’ अभियान की पहुंच हो, इसके लिए दस दिन तक 17 भाषाओं में इसे प्रसारित किया जाएगा। ये दो हफ्ते तक सभी प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म जैसकि यूट्यूब, फेसबुक, हॉटस्टार और वूट पर चलाया जाएगा ।