अगर बच्चे का कद छोटा है तो परेशान न हों, अपनाएं ये आसान तरीके

एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com 

छोटी हाईट हर जगह शर्मिंदा करती है। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस…और तमाम जगहों पर छोटा कद आपको शर्मिंदा कर देता है। ऐसे में कम हाइट वाले लोगों को मोटापा और भी परेशान करता है। जिसके लिए कई लोग बाज़ार में मौजूद हाइट बढ़ाने वाली ड्रिंक्स या सप्लीमेंट्स का सहारा लेते हैं, जो कि घातक नुकसान पहुंचाती है। 

हमारे शरीर में मौजूद ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन (HGH) हड्डियों और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये हार्मोन 12 से 13 साल की उम्र के बच्चों में बहुत एक्टिव होते हैं, जिनकी हाइट आगे आने वाले 6 सालों तक बढ़ती है यानी 18 साल तक बच्चों की हाइट बढ़ती है। 18 साल के बाद भी हाईट 4 तरीके बढ़ा सकते हैं। आपके बच्चे की हाईट बढ़ने के लिए रोजाना उसके रूटीन में एक्सरसाइज, सही खानपान, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज और पूरी नींद होना जरुरी है।  
 
डेली एक्सरसाइज़ करना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है। बहुत कम लोग जानते हैं कि हमारा कद दिन में कुछ इंच कम हो जाता है। वहीं, रात में सोते वक्त हम लंबे लगते हैं। इसकी वजह यह है कि जब बॉडी खड़े होनेपर मूवमेंट करती है, तब रीढ़ की हड्डी पर शरीर का भार पड़ता है, जिससे कद छोटा लगता है। लेकिन अगर बॉडी का पॉश्चर ठीक रखा जाए तो हाइट में बदलाव नहीं दिखेगा। इसके लिए रेगुलर लटकने वाली एक्सरसाइज़ की ज़रूरत होगी, जिससे लोअर बैक यानी रिढ़ की हड्डी मज़बूत बनेगी और वज़न से सिमटेगी नहीं। इसके अलावा रनिंग, जम्पिंग और एरोबिक्स भी काफी मददगार होती हैं।
 
सही खानपान शरीर के विकास का एक अहम हिस्सा है। जिसके लिए फल, हरी सब्ज़ियां, दूध और मेवे ये सब भरपूर प्रोटीन और कार्ब्स का अच्छा सोर्स होते हैं। इससे बॉडी में मेटाबॉलिज्म और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे ग्रोथ हार्मोन बूस्ट होते हैं। 
 
स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ भी उतना ही महत्वपूर्ण है। रोज़ाना दिन में 15 मिनट स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ करना, जिससे रीढ़ की हड्डी स्ट्रेच होकर मज़बूत होती है, जिससे पॉश्चर बेहतर होता है और हाइट लंबी दिखती है। इसके लिए सूर्य नमस्कार भी बहुत बेहतर योगा है, इससे भी बॉडी की स्ट्रेचिंग अच्छी होती है।  

बड़ों की ही तरह बच्चों को भी बेहतर और पूरी नींद की ज़रूरत होती है। क्योंकि नींद में भी पीयूषिका-ग्रंथि काम करती है, इसीलिए ज़रूरी है कि सही पॉश्चर में नींद ली जाए। इसके लिए सिर पर नहीं, बल्कि तकिए को घुटने के नीचे रखें। यह पोज़िशन रीढ़ की हड्डी को मज़बूती देने के साथ-साथ स्ट्रेच भी करेगी। इसके अलावा भी इस पोज़िशन में सोने से पीठ के दर्द में भी राहत मिलती है। 
 

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