सौम्या केसरवानी | navpravah.com
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या के हिसाब से भारत चौथे नंबर पर आ गया है। अब तक देश में 3.09 लाख कोविड-19 केसेज सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में एक लाख से ज्यादा केस हैं, दिल्ली में पहली बार 2,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या 6 हजार पार कर चुकी है, मगर चिंता इस बात की है, जिस इलाकों में कोरोना बहुत कम फैला था, अब वहां पर विस्फोट जैसी स्थिति बनते दिख रही है।
पहले लद्दाख और सिक्किम, दोनों जगह केस बहुत कम थे, लेकिन शुक्रवार के पहले तक लद्दाख में कुल 135 मामले सामने आए, और कल 104 नए मामलों का पता चला। इसी तरह सिक्किम देश का वो राज्य था, जहां कोरोना वायरस सबसे आखिर में पहुंचा।
लद्दाख में कोरोना का पहला केस 8 मार्च को आया था, कोरोना की पहली वेव से 13 इन्फेक्शन हुए, जो बाद में 18 हो गए, फिर 43, उन 43 के रिकवर होने के बाद लद्दाख कुछ वक्त तक कोरोना मुक्त रहा, पर मई के आखिरी हफ्ते में, कोरोना की सेकेंड वेव आई। मगर शुक्रवार को अचानक 104 मामले सामने आने से हड़कंप मच गया।
वहीं 23 मई तक सिक्किम देश का इकलौता ऐसा राज्य था जहां कोरोना नहीं पहुंचा था, लेकिन उसी दिन पहला केस सामने आया। राज्य में कोरोना का दूसरा मामला 10 दिन बाद पता चला, हालांकि अब जो 50 नए मामले सामने आए हैं, उनमें ऐसे लोग ज्यादा हैं जो उन इलाकों से लौटे हैं जहां कोरोना के केसेज ज्यादा हैं।
नॉर्थईस्ट में दो हफ्ते पहले तक, सिर्फ असम और त्रिपुरा में ही केसेज की संख्या ज्यादा थी। मगर पिछले दो सप्ताह में न सिर्फ इन दो राज्यों में तेजी से कोरोना के मामले बढ़े हैं, बल्कि अन्य राज्यों से भी केसेज सामने आ रहे हैं, मणिपुर में अबतक 385 केस हो चुके हैं, जबकि नागालैंड और मिजोरम में भी 100-100 से ज्यादा केस हैं।