न्यूज़ डेस्क | नवप्रवाह न्यूज़ नेटवर्क
पूरे देश ही नहीं बल्कि विश्वभर में साईबाबा के भक्त फैले है. कई भक्त नित्य नियम से बाबा के दर्शन करने शिर्डी जाते थे, लेकिन कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के कारण भक्त बाबा के दर्शन करने नहीं जा सके. ऐसे भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था संस्थान की ओर से की गई थी. भक्तों ने भी अपने साईं की झोली में दिल खोल कर दान किया. बताया जाता है कि भक्तों की आस्था इस कदर गहरी है कि लॉकडाउन के दौरान ही 17 मार्च से 31 अगस्त के बीच मंदिर को 20.76 करोड़ रुपए का दान मिला है.
हालांकि, पिछले साल के मुकाबले ये दान महज 10% ही है. पिछले साल इसी अवधि में मंदिर को 202 करोड़ रुपए का दान मिला था. इस लिहाज से इस साल 180 करोड़ रु. से ज्यादा का नुकसान मंदिर को उठाना पड़ा है. लॉकडाउन के दौरान शिरडी साईं मंदिर का सबसे खास क्षेत्र द्वारिका माई का भी कायाकल्प कर दिया गया है.
पुराने पत्थरों को निकालकर 40 लाख की लागत से नए संगमरमर का फर्श लगवा दिया गया है. द्वारिकामाई वो ही खंडहरनुमा मस्जिद है, जहां साईंबाबा ने अपने जीवन का ज्यादातर समय गुजारा था.