एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
देश की मैक्रो-इकनॉमिक स्थिति पर पीएम मोदी बुधवार को दिग्गज अर्थशास्त्रियों से मुलाकात करेंगे और राय लेगें।इस मीटिंग में कैबिनेट के शीर्ष मंत्री, ब्यूरोक्रेट्स और प्रधानमंत्री की इकनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल के सदस्य भी मौजूद होगें।
देश में अगला लोकसभा चुनाव 2019 में होना है। स्टैटिस्टिक्स ऑफिस ने पिछले सप्ताह 2017-2018 में देश की जीडीपी ग्रोथ 6.5 पर्सेंट रहने का अनुमान दिया था। पिछले वर्ष जीडीपी ग्रोथ 7.1 पर्सेंट की थी, कम ग्रोथ के अनुमान के पीछे ऐग्रिकल्चर और मैन्युफैक्चरिंग में धीमी ग्रोथ जैसे कारण हैं। अनुमानों से दूसरी छमाही में ग्रोथ बढ़कर 7 पर्सेंट होने का संकेत मिला है, जो पहली छमाही में 6 पर्सेंट की थी।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने ईटी को बताया कि यह प्री-बजट मीटिंग है और इसमें मैन्युफैक्चरिंग और मेक इन इंडिया को मजबूत करने, एक्सपोर्ट बढ़ाने, किसानों की आमदनी दोगुनी करने के तरीकों और देश में रोजगार बढ़ाने के उपायों पर विचार किया जाएगा। इसमें अर्थशास्त्री टैक्सेशन और टैरिफ से संबंधित मामलों, एजुकेशन, डिजिटल टेक्नॉलजी, हाउसिंग, टूरिज्म, बैंकिंग और ग्रोथ बढ़ाने के लिए भविष्य के कदमों पर अपनी राय दे सकते हैं।