लखनऊ। राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कल्याण सिंह सोमवार को एक बार फिर भाजपा में शामिल हो गये। 87 साल की उम्र में कल्याण सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में एक बार फिर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उनके बेटे एवं एटा से सांसद राजवीर सिंह और प्रदेश के वित्त राज्यमंत्री एवं पौत्र संदीप सिंह भी मौजूद थे।
बीजेपी में शामिल होने के बाद कल्याण सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मैंने आज भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। केंद्र और प्रदेश के साथ-साथ विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी बन गई है।
केंद्र नेतृत्व का कोई विकल्प नहीं है उसी तरह उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व का कोई विकल्प नहीं है। मैं स्वयं सदस्य के रूप में संपूर्ण योगदान दूंगा पार्टी को मुझसे जितना भी हो सकेगा केंद्र प्रदेश के लिए पार्टी के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में कार्य करूंगा। मुझे अब चुनाव नहीं लड़ना बहुत चुनाव लड़ चुका हूं कार्यकर्ताओं का बहुत प्यार मिला है।
उन्होंने कहा, ”मैं राजनीति को जनसेवा का सशक्त माध्यम मानता हूं। उसी भावना से मैंने फिर से सक्रिय राजनीति में प्रवेश करने का फैसला किया है। जब तक मैं राज्यपाल रहा तब तक मैंने उस पद की गरिमा का पूरा ख्याल रखा। सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भविष्य में चुनाव लड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है।
अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर पूछे गये सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”राम मंदिर का निर्माण करोड़ों लोगों की आस्था का प्रश्न है। जितनी पार्टियां हैं, वे जनता के सामने अपना मत स्पष्ट करें कि वे राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं या फिर उसके विरोध में।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था संतोषजनक है योगी के कार्यकाल में प्रदेश अभी तक कोई दंगा नहीं हुआ है यह बड़ी बात है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। जब से योगी ने गद्दी संभाली है तब से गांव, गरीब की स्थिति में बड़ा फर्क आया है। खुशहाली बढ़ी है। कभी भाजपा के छत्रप माने जाने वाले सिंह ने करीब पांच साल पहले राजस्थान का राज्यपाल बनने के बाद भाजपा से त्यागपत्र दे दिया था।