टेक डेस्क। 5G: टेलीकॉम सेक्टर में Re।iance Jio की एंट्री और 4G की उपलब्धता के बाद तेजी से वृद्धि होती दिखाई दी है। Te।ecom Sector कुछ ऐसे सेक्टर में से एक है, जिसमें 2016 के बाद से तकनीक के मामले में काफी बड़े बदलाव आए हैं और आने वाले हैं।
आज के समय में भारतीयों की मोबाइल डाटा इस्तेमाल करने की प्रक्रिया में भी काफी बदलाव देखे गए हैं। डाटा यूसेज के मामले में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया यानि की ग्लोबली काफी तैयारियां हो रही हैं। 2020 में 5G टेक्नोलॉजी के कमर्शियली आने के बाद इसमें और बड़े बदलाव आएंगे।
5G मोबाइल नेटवर्क नेक्स्ट जनरेशन टेलीकम्यूनिकेशन स्टैण्डर्ड होने वाला है। 5G सेल्युलर टेक्नोलॉजी में बिना किसी रुकावट के कवरेज तो उपलब्ध करवाएगा ही, इसके साथ-साथ बेहतर कनेक्टिविटी, डाटा रेट में इजाफा और बेहतर कम्युनिकेशन भी होगा। फास्ट इंटरनेट उपलब्ध करवाने के साथ-साथ 5G कई खरबों IoT डिवाइसेज को कनेक्ट करेगा। व्हाइट पेपर के अनुसार, भारत में 2020 तक 5G लॉन्च किया जा सकता है।
इससे देश में 2035 तक करीब 1 ट्रिलियन यूएस डॉलर का आर्थिक प्रभाव बनेगा। Ericsson ने अनुमान लगाया है की 5G के आने से भारत में डिजिटल क्रांति आ जाएगी। भारत में गिजिटल क्रांति के जरिए 2026 तक 27 बिलियन यूएस डॉलर से अधिक रेवेन्यू जनरेट करने की क्षमता है। भारत में 5G कनेक्शंस 2025 तक 70 मिलियन के करीब हो जाएंगे।