केंद्र सरकार ने मंगलवार को 43 मोबाइल ऐप पर बैन लगा दिया. केंद्र ने इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 69A के तहत ये बैन लगाया है. केंद्र ने बताया कि ये ऐप ऐसी गतिविधियों में लिप्त हैं, जिनसे देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा के लिए खतरा हैं. बैन की गईं 43 ऐप्स में से 14 डेटिंग, 8 गेमिंग ऐप्स, 6 बिजनेस और फाइनेंस और एक इंटरटेनमेंट ऐप शामिल हैं.
– टिकटॉक के बाद पॉप्यूलर स्नैक वीडियो भी शामिल
चीनी ऐप टिकटॉक को बैन कर चुकी केंद्र सरकार ने अब पॉप्यूलर चैट ऐप स्नैक वीडियो को बैन किया है. ये सिंगापुर बेस्ड चाइनीज सॉफ्टवेयर कंपनी है. इसके 10 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं. टिकटॉक बैन होने के बाद यूजर्स के लिए ये सबसे बड़ा ऑप्शन बनी और महज 2 महीनों के अंदर करीब 5 करोड़ यूजर्स बढ़ गए. सबसे ज्यादा यूजर्स भारत में हैं.
– चौथी बार विदेशी ऐप्स पर एक्शन
29 जून को 59 चीनी ऐप्स बैन कर दिए थे. ऐप्स को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया था. गलवान झड़प के बाद ये फैसला लिया गया. 27 जुलाई को 47 ऐप बैन किए गए थे. सरकार ने यह कदम तब उठाया था, जब लद्दाख में तनाव बढ़ रहा था और चीनी सैनिकों ने दो बार घुसपैठ की कोशिश की थी. 2 सितंबर को सरकार ने पबजी समेत 118 ऐप्स को बैन किया था. पबजी को 17.5 करोड़ से ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया है. 24 नवंबर को 43 मोबाइल ऐप्स बैन किए गए. फैसला इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर की गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है.
– अब तक 267 ऐप्स बैन
गलवान झड़प 15 जून को हुई थी. चीन को कड़ा संदेश देने और उस पर दबाव बनाने के लिए सरकार ने पहली बार चीनी ऐप्स बैन किए. इसके बाद 148 दिन के भीतर 267 ऐप्स पर बैन लगाया जा चुका है और इनमें ज्यादातर ऐप चाइनीज हैं.