एमपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भारतीय रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक के बाद रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। सेंट्रल बैंक ने रेपो रेट को 6.0% और रिवर्स रेपो रेट को 5.75% पर स्थिर रखा है।
आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल की अगुवाई में होने वाली समीक्षा बैठक पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई थीं। छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति के अनुसार वृद्धि दर सुधर रही है और उत्पादन का अंतर घट रहा है।
आरबीआई की तरफ से मौद्रिक नीति समिति बैठक के बाद रेपो रेट को बरकरार रखने से देश की जनता को सस्ते लोन के लिए अभी और इंतजार करना होगा। बैठक के नतीजे आने से पहले ही जानकारों ने भी रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में बदलाव नहीं होने की उम्मीद जताई थी।
यह बैठक ऐसे समय में हुई जब सरकार ने जोर देकर कहा था कि 2017-18 के लिए राजकोषीय घाटा और राजस्व घाटा आम बजट के संशोधित अनुमान से कम रहेगा। इससे पहले उद्योग संगठन फिक्की ने अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेतों के मद्देनजर मौद्रिक नीति समिति की बैठक में आरबीआई की ओर से अपने तटस्थ रुख पर बने रहने की बात कही थी।
पिछले साल अगस्त में रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6 प्रतिशत किया गया था। जो इसका छह साल का निचला स्तर है। स्कोईमेट ने मानसून सामान्य रहने का अनुमान लगाया है। इससे कृषि उत्पादन बेहतर रहने की उम्मीद है जिससे कीमतों पर दबाव कम होगा।