पीयूष चिलवाल । Navpravah.com
डोकलाम को लेकर जहां भारत और चीन में लंबे वक़्त से तनातनी चल रही है और चीन भारत का धमकियां देने से बाज नहीं आ रहा वहीं तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा ने डोकलाम मुद्दे को बेहद गंभीर मानने से इंकार किया है। लामा ने चीनी-हिंदी भाई-भाई के नारे का ज़िक्र करते हुए कहा कि इस सिद्धांत से दोनो मुल्क तरक्की करेंगे।
राजेंद्र माथुर में आयोजित 14वें दलाई लामा एडिटर्स गिल्ड की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए दलाई लामा ने कहा कि इससे पहले भी दोनों मुल्क एक दूसरे के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते रहे हैं लेकिन हिंदी चीनी भाई भाई से ही दोनों देश आगे बड़ेंगे। उन्होंने चीन पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें वहां रहना पसंद नहीं जहां आजादी नहीं होती। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे भारत में आजाद हैं और आसानी से ज्यादा काम कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वे लोकतंत्र के हिमायती हैं और तिब्बत में भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप ही कार्य होता है। उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि एक दिन चीन में भी लोकतंत्र कायम होगा और वहां के लोगों की इच्छा का पालन करते हुए कम्यूनिस्ट पार्टी आॅफ चायना भी लोकतंत्र प्रणाली का पालन करने लगेगी।
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