एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में पारदर्शिता की मांग वाली राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ की याचिका पर चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया है।
चुनाव आयोग ने कमलनाथ की याचिका का विरोध करते हुए कहा है कि, कांग्रेस बार-बार सुप्रीम कोर्ट में आकर आयोग की कार्यपद्धति में रुकावट न डाले। चुनाव आयोग ने अपने हलफनामे में कहा कि कांग्रेस को एक खास अंदाज में चुनाव कराने के दिशा-निर्देश जारी न करवाए।
आयोग ने कहा कि, किसी याचिका के जरिए चुनाव आयोग को ये निर्देश देने की मांग नहीं की जा सकती कि किस तरीके से चुनाव कराए जाएं, आयोग ने आगे कहा कि याचिका में कोई आधार नहीं है इसलिए सुप्रीम कोर्ट कमलनाथ की याचिका खारिज करे।
दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था।
इससे पहले कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में फर्जी वोटरों का मुद्दा उठाया था, राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर आपत्ति जताई थी, वहीं, मामला सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने कहा था कि वह जांच कराएगा, इसके लिए आयोग 4 जगहों पर अपनी टीम भेजेगा।
बता दें कि मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए इस साल के आखिरी तक चुनाव होना है, इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी चुनाव होंगें, अभी मध्य प्रदेश में 167 सीटों के साथ भाजपा सत्ता में है, दिसंबर 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस 57, बसपा 4 सीटों पर जीती थी, दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार चुने गए थे।