ब्यूरो,
रघुराम राजन की दोबारा आरबीआई गर्वनर पद की नियुक्ति के सवाल पर पीएम मोदी ने सवाल उठाया है कि राजन की नियुक्ति पर मीडिया की इतनी रुचि क्यों है?
पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी अखबार ‘वॉल स्ट्रीट’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि आरबीआई गर्वनर की नियुक्ति एक प्रशासनिक विषय है। आरबीआई गर्वनर की नियुक्ति का फैसला सितंबर में ही लिया जाएगा। मैं नहीं समझता कि इसमें मीडिया की इतनी रुचि होनी चाहिए। गौरतलब है कि आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन का कार्यकाल 4 सितंबर को खत्म हो रहा है। सरकार के साथ तल्ख रिश्तों की वजह से बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी उन्हें वक्त से पहले ही हटाने की मांग कर रहे हैं।
आपको बता दें कि कल बीजेपी सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर हमला बोला और उनके खिलाफ कई अत्यंत संगीन आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें तत्काल इस पद से बर्खास्त करने की मांग की। स्वामी ने प्रधानमंत्री को 17 मई को लिखे पत्र में राजन को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था,” राजन मानसिक तौर पर पूर्ण भारतीय नहीं हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि राजन ने जानबूझकर भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक गवर्नर का पद काफी उंचा होता है और इसके लिए देशभक्ति तथा राष्ट्र के प्रति बिना शर्त वाली प्रतिबद्धता की जरूरत होती है। बीजेपी नेता स्वामी ने आरोप लगाया कि राजन अमेरिका के डोमिनेटेड ग्रुप आफ 30 के सदस्य हैं। यह समूह वैश्विक अर्थव्यवस्था में अमेरिका की प्रभुत्व की स्थिति का बचाव करता है।
मोदी को एक पखवाड़े में लिखे दूसरे पत्र में स्वामी ने आरोप लगाया कि एक संवेदनशील तथा काफी उंचे सरकारी पद पर होने के बावजूद राजन अपने ‘ग्रीन कार्ड’ के नवीकरण के उद्येश्य से लिए बीच बीच में अमेरिका की यात्राएं करते रहे हैं जो नवीनीकरण के लिए अनिवार्य है।
स्वामी ने कहा कि सितंबर, 2013 में रिजर्व बैंक का गवर्नर बनने के बावजूद राजन के पास अमेरिका का ग्रीनकार्ड बना हुआ है। यह अमेरिकी नागरिकता हासिल करने का रास्ता है। इसमें यदि अमेरिका सरकार बुलाए तो व्यक्ति को वहां सेना में भी सेवाएं देने की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील और काफी ऊँचे सरकारी पद पर होने के बावजूद वह हर साल अपने ग्रीन कार्ड के नवीकरण के लिए कम से कम एक दिन अमेरिका में रकने के लिए जाते हैं।