अनुज हनुमत
जोहानिसबर्ग। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल रात जोहानिसबर्ग में भारतीय समुदाय को सम्बोधित किया। उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। स्टेडियम में 11 हजार से भी ज्यादा लोग मौजूद थे। लोगों के अंदर जबरदस्त उत्साह दिख रहा था। पीएम के आने पर मोदी-मोदी के नारे के साथ पूरा परिसर गूंजने लगा।
अपने विशेष अंदाज के लिए प्रसिद्द पीएम मोदी यहां भी स्थानीय परिधान में ही पहुंचे और पीएम ने कहा कि आप सबके बीच आना मेरे लिए खुशी और सौभाग्य की बात है। हमारी परंपरा हमें आपसे जोड़ती है। मोदी एप पर मुझे आपसे कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले। यहाँ सदियों पहले हमारे पूर्वज आए थे। आपको देखकर पूर्वजों की पीड़ा याद आती है।
भारत दक्षिण अफ्रीका को गले लगाने वाला पहला देश था। हम वसुधैव कुटुंबकम की भावना से जुड़े हुए हैं। मोदी ने कहा कि सत्याग्रह की शुरुआत साउथ अफ्रीका की धरती से ही हुई थी। दक्षिण अफ्रीका ने ही मोहनदास को महात्मा में बदला।
इससे पहले संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भारत को दुनिया की सबसे अधिक खुली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बताते हुए, दक्षिण अफ्रीकी कंपनियों को निवेश के लिये आमंत्रित किया और उन्होंने अफ्रीकी कंपनियों से भारत की बदलाव यात्रा में भागीदार बनते हुये निवेश बढ़ाने तथा व्यापार में विविधता लाकर उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने का आह्वान किया।
बाद में उन्होंने गांधी और मंडेला को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी नेल्सन मंडेला के परिवारवालों से भी मिले। भारत और दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष व्यापारियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने ऐतिहासिक संबंधों को महत्वपूर्ण बताया और महान नेताओं नेल्सन मंडेला तथा महात्मा गांधी का जिक्र किया। उन्होंने कंपनियों से भौगोलिक संपर्कों का भी लाभ उठाने को कहा।
मोदी ने कहा कि दोनों देशों में वृद्धि एवं विकास के लिये दक्षिण अफ्रीकी व्यापार उत्कृष्ठता तथा भारत में उपलब्ध क्षमताओं को एक-दूसरे के फायदे के लिये उपयोग में लाया जाना चाहिये। भारत की खूबियों को रेखांकित करते हुए, उन्होंने इसे वैश्विक अर्थव्यवस्था में आकषर्क स्थान बताया। उन्होंने 7.6 प्रतिशत की उच्च आर्थिक वृद्धि का जिक्र करते हुये अनुकूल माहौल में कारोबार सुगमता में सुधार के लिये किये जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।
पीएम मोदी ने व्यापार बैठक में कहा कि नेल्सन मंडेला तथा महात्मा गांधी जैसे हमारे आदर्शवादी नेताओं ने हमारे लिये राजनीतिक आजादी हासिल की लेकिन अब आर्थिक आजादी का समय आ गया है। इस प्रकार, हमारा संबंध हमारे लोगों की आकांक्षों को पूरा करने की साझी इच्छा पर आधारित है। बैठक में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के साथ व्यापार एवं उद्योग जगत के करीब 500 दिग्गज मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हम संकट में मित्र रहे हैं। अब हमें अवसरों का लाभ उठाना चाहिए।प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है और जिस तरफ का उत्साह दक्षिण अफ्रीका के लोगों ने दिखाया है, उससे एक बात तो स्पष्ट है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता में किसी प्रकार की गिरावट नही आई है।