इलाहाबाद विश्वविद्यालय हर महीने सौर ऊर्जा से बीस लाख की बचत करने वाला पहला विश्वविद्यालय बना

इलाहाबाद विश्वविद्यालय हर महीने सौर ऊर्जा से बीस लाख की बचत करने वाला पहला विश्वविद्यालय बना
इलाहाबाद विश्वविद्यालय हर महीने सौर ऊर्जा से बीस लाख की बचत करने वाला पहला विश्वविद्यालय बना
सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com
इलाहाबाद विश्वविद्यालय आज से सौर ऊर्जा से संचालित होने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.रतन लाल हांगलूं ने आज लॉ फैकल्टी की छत पर इस परियोजना का उद्घाटन किया है।
बिजली की खपत को कम करने के लिए तथा स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सौर उर्जा प्लेट को स्थापित करने की यह परियोजना सोलर एनर्जी कारपोरेशन ऑफ इंडिया (सेकी) भारत सरकार के निर्देशानुसार जून 2018 से विश्वविद्यालय में आरंभ हुई थी।
इस सौर परियोजना से इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रतिदिन 6000 यूनिट बिजली उत्पन्न होगी तथा विश्वविद्यालय को इससे हर माह लगभग बीस लाख रूपये का लाभ होगा।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शनिवार और रविवार को जब विश्वविद्यालय बंद रहेगा तो विश्वविद्यालय द्वारा इलाहाबाद शहर को बिजली प्रदान की जायेगी, विश्वविद्यालय में बनी हुई बिजली का लाभ शहरवासियों को भी मिलेगा। 
महत्वपूर्ण है कि इस सौर ऊर्जा प्लांट के संचालन और रखरखाव में विश्वविद्यालय को एक रुपया भी खर्च नहीं करना पड़ेगा, एच एफ एम सोलर कंपनी के द्वारा ही   अगले 25 वर्ष  तक इन सौर प्लेट का रख रखाव किया जाएगा।
इविवग के कुलपति प्रो. रतन लाल हंगलू  और एच एफ एम सोलर पॉवर के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री धर्मेंद्र जैन की उपस्थिति में आज इस परियोजना का उद्घाटन किया गया, इस मौके पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार  एन के शुक्ला, लॉ फैकल्टी के डीन आर के चौबे , वित्त अधिकार सुनीलकांत मिश्र, चित्तरंजन कुमार (जन संपर्क अधिकारी) तथा और भी समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे ।

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