एनपी न्यूज़ नेटवर्क | Navpravah.com
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान येदियुरप्पा ने अपना इस्तीफा देने का ऐलान किया। जिसके बाद कांग्रेस और जेडीएस खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई, सभी बहुत खुश हुए।
कांग्रेसियों ने जश्न मनाकर इस फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया। फ्लोर टेस्ट के दौरान येदियुरप्पा बहुमत के लिए 7 विधायक नहीं जुटा पाए और भावुक होते हुए इस्तीफा देने की घोषणा की। सदन से निकलकर येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया, येदियुरप्पा के इस्तीफा देते ही कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की विजय बताया।
कांग्रेस के विधायक डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी ने लोकतंत्र को कुचलने का काम किया, लेकिन न्यायपालिका ने फिर से लोकतंत्र को बचाने का काम किया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारे विधायक किसी के भी बहकावे नहीं आए,
गुलाम नबी आजाद ने न्यायपालिका को धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्यपाल ने तो बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था, ताकि विधायकों की खरीद-फरोख्त हो सके, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले के रद्द करते हुए एक निश्चित समय में बहुमत साबित करने का फैसला दिया।