राजेश सोनी | Navpravah.com
गुजरात के वडगाम से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के सामने अपने फेसबुक अकाउंट के लिए मांग की है। उन्होंने रविवार को फेसबुक को ट्वीट करते हुए लिखा कि हैलो फेसबुक, मैं भारत का एक विधायक और सामाजिक नेता हूं। इसलिए मैं आपसे गुजारिश करना चाहता हूं कि मेरे फेसबुक पर मेरे आधिकारिक पेज को आप वेरिफाइड करके ब्लू टिक लगाए।
बता दें कि जिग्नेश मेवाणी पर महाराष्ट्र में जातीय हिंसा भड़काने के आरोप लगे हैं। उन पर आरोप हैं कि उन्होंने भीमा-कोरेगांव युद्ध की 200वीं बरसी पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए, एक समाज के लोगों को दूसरे समाज के लोगों के प्रति भड़काया था और उन्हें सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने के लिए उकसाया था। उनके संबोधन का वीडियो भी आज कल से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने इस मामले में जिग्नेश मेवाणी और जेएनयू छात्र नेता ऊमर खालिद के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली है।
गौरतलब है कि गुजरात के ऊना कांड के बाद दलित आंदोलन का चेहरा बने जिग्नेश मेवाणी ने गुजरात के विधानसभा चुनाव में भाजपा की गोलबंदी करने में अहम भूमिका निभाई थी। गुजरात में जातिगत राजनीति के कारण भाजपा को 16 सीटों का नुकसान हुआ था, वहीं कांग्रेस को गुजरात विधानसभा चुनाव में 17 सीटों का फायदा हुआ था। जिग्नेश मेवाणी भी कांग्रेस के समर्थन से निर्दलीय जीतकर गुजरात विधानसभा पहुँच चुके हैं।
जिग्नेश मेवाणी की इस मांग को फेसबुक ने मान लिया है और उनके फेसबुक पर आधिकारिक पेज को वेरीफाईड कर ब्लू टिक लगा दिया है।