पारुल पाण्डेय | navpravah.com
अब देशभर में कुल 200 रेल्वे स्टेशनों पर सॅनिटरी नॅपकिन मशिन लगवाने का निर्णयरेलवे ने लिया है. 8 मार्च को आंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं में मासिकधर्म से जुड़ी स्वछता के प्रति जागरूकता फैलाने और महिलाओं को कम पैसे में सेनिटरी नैपकिन मुहैय्या कराना है
रेल मंत्रालय का यह निर्णय देशभर की महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है। रेलने में रोज़ाना लाखों महिलाएं सफर करतीं हैं। ऐसे में गरीब और गरजू महिलाए सॅनिटरी नॅपकिन नहीं खरीद पाती हैं, जिसका ध्यान रखते हुए रेल मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है। रविवार को रेलमंत्री पियुष गोयल ने दिल्ली के रेल्वे वूमन्स वेलफेअर सेंट्रल ऑर्गनाइजेश के एक युनिट का दौरा किया। इस यूनिट का नाम महिलाओं द्वारा ‘दस्तक’ रखा गया है। इस यूनिट में महिलाओं द्वारा वाजिब दाम में सेनेट्री नैपकिन बनाई जाती है।
रेलवे मंत्री के अनुसार इस तरह के ऐसे कई कार्यक्रम किए जाने चाहिए। दिल्ली, भोपाल और देशभर के रेलवे ऑफिसों में भी सेनेटरी नैपकिन की मशीनें लगाईं गई हैं। रेल्वे बोर्ड के अध्यक्ष अश्विनी लोहानी के अनुसार, रेलवे का प्रयत्न है की 8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर देशभर के 200 रेल्वे स्टेशनों पर सेनेटरी नॅपकिन मशिन लगाईं जाएगी। इसका फायदा रेलवे की महिला अधकारियों के साथ यहां के कर्मचारी और गरीब-गरजू महिलाओं को भी होगा।
दस्तक यह युनिट रेल्वे वूमन्स वेलफेअर सेंट्रल ऑर्गनाइजेशन द्वारा शुरू किया गया। यह यूनिट हर दिन 400 सेनेटरी नैपकिन बनाया जाता है। इस यूनिट में छह सेनेटरी नैपकिन की कीमत केवल 22 रूपए हैं। आपको बता दें कि रेलवे से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं जिसके लिए रेलवे स्टेशनों पर 7000 जनऔषधी केंद्र भी शुरू करने का निर्णय लिया गया है।