न्यूज़ अपडेट | Navpravah Desk
लंदन. शराब कारोबारी और चर्चित भगोड़े विजय माल्या की मुसीबत बढ़ गई है। अब उसके भारत प्रत्यर्पण का रास्ता और भी आसान हो गया है। लंदन के हाईकोर्ट ने गत माह अपने एक आदेश में कहा था कि विजय माल्या ने भारतीय बैंकों को धोखा दिया है और उसे भारत में प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए। माल्या पर भारतीय बैंकों को 11,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाने का आरोप है।
लंदन हाईकोर्ट ने भारत के भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को तगड़ा झटका दे दिया। अब विजय माल्या को भारत को सौंपा जाएगा। हाईकोर्ट ने माल्या की उस याचिका को ख़ारिज कर दिया जिसमें वो सुप्रीम कोर्ट में अर्जी देने की अनुमति मांग रहा था ताकि उसका प्रत्यर्पण भारत को ना किया जाए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लंदन होम डिपार्टमेंट अब माल्या की प्रत्यर्पण कार्यवाई की प्रक्रिया जल्द शुरू कर देगा क्योंकि विजय माल्या के इंग्लैंड में सारे कानूनी रास्ते बंद हो चुके हैं। अब विजय माल्या के वकील के पास “यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स” ही एकमात्र विकल्प शेष है।
वैसे तो अब इस फैसले के बाद माल्या का प्रत्यर्पण 28 दिन के भीतर कर दिया जाएगा लेकिन उसकी अर्जी अगर “यूरोपियन कोर्ट ऑफ ह्यूमन राइट्स” में मंज़ूर होती है तो प्रत्यर्पण का मामला टल सकता है।
विजय माल्या पर भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित केस दर्ज हैं। माल्या के पास लंदन हाईकोर्ट से आदेश आने के बाद ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट में याचिका की इजाजत लेने के लिए 14 दिन का समय मिला था। हाई कोर्ट ने पिछले महीने 20 अप्रैल को अपना फैसला सुनाया था।