इनकी वजह से कार्टून की दुनिया को मिले गुदगुदाने वाले ‘स्कूबी डू’ और ‘टॉम एन्ड जेरी’

शिखा पाण्डेय,

मस्ती और मनोरंजन से भरपूर ‘टॉम एंड जेरी’ शो को कौन भूल सकता है? बच्चा हो या बूढ़ा, सबको हंसा हंसा के लोटपोट करने वाला यह कार्यक्रम दरअसल विलियम हन्ना की देन है। विलियम हन्ना एक अमेरिकन एनिमेटर, निर्माता, निर्देशक, कार्टून आर्टिस्ट, वॉइस आर्टिस्ट, इसके अलावा कई प्रतिभाओं के धनी थे। उनकी फिल्मों व कार्टून कैरेक्टर्स 20वीं सदी का सबसे मनोरंजक हिस्सा रहे और अब भी करोड़ों दिलों पर राज कर रहे हैं।

विलियम हन्ना का जन्म 14 जुलाई,1910 को हुआ था। शुरुवाती दौर में कुछ अलग-थलग काम करने के बाद हन्ना ने एनीमेशन क्षेत्र में 1930 में कदम रखा। उन्होंने 1930 में ‘हर्मन एंड आईसिंग एनीमेशन स्टूडियो’ से अपने इस सफर की शुरुवात की। 1930 के दशक के दौरान उन्होंने ‘कैप्टन एंड द किंग’ जैसे कार्टून करैक्टर्स पर काम करने की कई बारीकियां सीखीं।

इसी दौरान उनके जीवन में उस शख्स का आगमन हुआ, जिसके साथ वे सफलता की बुलंदियों पर पहुंचे। 1937 में मेट्रो गोल्डविन मेयर (एमजीएम) में काम करने के दौरान उनकी मुलाकात जोसेफ बार्बरा से हुई। बस यहीं से सफ़र शुरू हुआ, नटखट टॉम एंड जेरी की नोक झोंक का। दोनों ने मिलकर ‘टॉम एंड जेरी’ व एनिमेटेड हाइब्रिड फिल्मों का निर्माण शुरू किया।

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1957 में दोनों ने मिलकर ‘हन्ना बार्बरा’ स्टूडियो की स्थापना की जो सबसे सफल टेलीविज़न एनीमेशन स्टूडियो बना। इस स्टूडियो की स्थापना के बाद उन्होंने ‘द फ्लिंटस्टंस’, ‘द हकलबेरी हाउंड शो’, ‘द जेटसन्स’ ‘स्कूबी डू’, ‘द स्मर्फ’ और ‘योगी बेयर’ का निर्माण किया।

सन् 1967 में ‘हन्ना बार्बरा’ ‘टाफ्ट ब्रॉडकास्टिंग’ को 12 मिलियन डॉलर्स में बेच दिया गया लेकिन हन्ना और बार्बरा वर्ष 1991 तक इस कंपनी के कर्ता धर्ता रहे। उस दरम्यान स्टूडियो ‘टर्नर ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम’ को बेचा गया, जिसका ‘टाइम वॉर्नर’ के साथ 1996 में विलय हुआ। इस दौरान भी हन्ना और बार्बरा सलाहकार के रूप में स्टूडियो के साथ बने रहे।

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हन्ना और बार्बरा ने 7 अकादमी व 8 एमी अवार्ड्स जीते। उनके द्वारा बनाए गए कार्टून कैरक्टर्स अपने आप में एक पहचान बन गए और उन कैरक्टर्स पर आगे चलकर फिल्में बनीं व किताबें लिखी गईं। 1960 के ही दशक में हन्ना बार्बरा के कार्यक्रमों के दुनिया भर में करीब 300 मिलियन से ज़्यादा चाहने वाले थे और आगे चलकर तो उनके कार्यक्रमों का लगभग 28 से अधिक भाषाओं में अनुवाद हुआ। उनके द्वारा बनाये गए कार्टून कैरक्टर्स ने अपने साथ उनका भी नाम अमर कर दिया।

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