एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
देश की पहली वातानुकूलित (एसी) लोकल ट्रेन का लाभ मुम्बईकर 1 जनवरी से ले पाएंगे। इसे मुम्बईकरों के लिए नए साल के तौफे के रूप में देखा जा रहा है। पश्चिमी रेलवे (डब्ल्यूआर) द्वारा संचालित इस लोकल ट्रेन ने सुबह दस बजकर 32 मिनट पर दक्षिण मुम्बई में बोरीवली स्टेशन से चर्चगेट तक अपनी यात्रा शुरू की। अब जानते हैं, यह एसी लोकल कितनी सुविधाओं से लैस है।
12 बोगियों की इस ट्रेन का किराया सामान्य लोकल के फर्स्ट क्लास के किराए से थोड़ा ज्यादा होगा। एसी ट्रेन होने की वजह से इसमें भीड़ ज्यादा होने के आसार हैं, इसलिए उसे कंट्रोल करने के लिए इसमें बाउंसर तैनात किए गए हैं। कुछ दिनों पहले रेलवे ने इसके सभी ट्रायल और चेक पूरे किए थे।
इनमें राजधानी एक्सप्रेस के कोच की तरह बड़ी सिंगल विंडो लगाई गई है। कोच का इंटीरियर पिछले साल मुंबई को दी गई नई लोकल कोच जैसा है। कोच में लगी सीटें नीले और ग्रे रंग की हैं। इन्हें पहले से ज्यादा आरामदेह बनाने का दावा किया गया है। दो सीटों के बीच की जगह भी बढ़ाई गई है, ताकि भीड़ ज्यादा होने पर पैसेंजर्स सीटों के बीच आराम से खड़े रह सकें। कोच में खड़े होकर चलने वाले यात्रियों को सहारे के लिए ऊपर लगे हैंडल भी इस तरह बनाए गए हैं कि एक हैंडल दो यात्री पकड़ सकें। दरवाजे के बीच में लगे स्टील पोल को भी नई शेप दी गई है, ताकि इसे एक साथ ज्यादा पैसेंजर्स पकड़ सकें। इस ट्रेन की मैक्सिमम स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। इसमें 5964 पैसेंजर्स की कैपिसिटी होगी।
इस एसी ट्रेन को 11 नॉर्मल लोकल ट्रेन के बदले चलाया जा रहा है। इनमें से 8 सर्विस चर्चगेट से विरार और 3 सर्विस चर्चगेट से अंधेरी के बीच चलाई जाएगी। ये सभी तेज लोकल होंगी, जबकि धीमी लोकल के तौर पर सिर्फ एक सर्विस महालक्ष्मी से बोरीवली के बीच चलाई जाएगी।
बता दें कि मुंबई लोकल में हर रोज 65 लाख से ज्यादा लोग सफर करते हैं। इसमें भी अकेले वेस्टर्न लाइन पर 35 लाख पैसेंजर्स हैं और इस लाइन पर 37 स्टेशन पड़ते हैं। एसी लोकल को सबसे पहले इसी लाइन पर चलाया जा रहा है। मुंबई के लिए सरकार ने 370 एस्केलेटर्स को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा सिक्युरिटी को बेहतर बनाने के लिए सभी ट्रेनों और स्टेशनों पर CCTV भी लगाए जा रहे हैं।