सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों विधानसभा और विधानपरिषद में मानसून सत्र के आखिरी दिन ‘सृजन स्वयंसेवी घोटाले’ को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। हंगामे के बाद दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि सृजन घोटाला मध्य प्रदेश के व्यापम घोटाले से भी बड़ा है, इसके आरोपियों की भी लगातार मौत हो रही है, इसके बाद राजद के सदस्य हंगामा करने लगे।
संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सरकार नियम के तहत किसी भी मामले को लेकर बहस करने को तैयार है, इस बीच विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने विपक्षी सदस्यों से प्रश्नोत्तर काल चलने देने की बात कही। परंतु विपक्ष कार्यस्थगन के तहत सृजन घोटाले पर बहस कराने की मांग को लेकर हंगामा करता रहा। विधान परिषद में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के इस्तीफे को लेकर भी विपक्ष ने हंगामा किया।
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार गरीबों की बात सदन के अंदर और बाहर दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि सृजन घोटाले में नीतीश और सुशील मोदी इस्तीफा नहीं देते तब तक सदन नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के पद पर रहते सृजन घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती है, चार दिन पहले भी सृजन और बाढ़ के मुद्दे को लेकर दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही।