भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम पर किए गए हमले पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि मुख्य आर्थिक सलाहकार पर सरकार का पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि अरविंद सुब्रमण्यम की सलाह काफी महत्व रखती है। वित्त मंत्री ने उन आरोपों को भी खारिज किया कि स्वामी के हमलों के मद्देनजर सरकार और भाजपा ने रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन का बचाव नहीं किया।
क्या हैं स्वामी के अरविंद सुब्रमण्यम पर आरोप?
भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम पर ट्विटर पर निशाना साधते हुए भारत के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया है और उन्हें बरखास्त करने की मांग की है। स्वामी ने कहा है कि अरविंद वही शख्स हैं, जिन्होंने मार्च 2013 में अमेरिका को विश्व व्यापार संगठन में अमेरिकी फार्मास्युटिकल्स के हितों का बचाव करते हुए भारत के खिलाफ कार्रवाई करने की सलाह दी थी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी दावा किया है कि अरविंद सुब्रमण्यम ने जीएसटी में कांग्रेस से सुझावों को मानने की सलाह दी थी। सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि अरविंद सरकार के विरोधी काम में लिप्त हैं। अत: उन्हें फौरन उनके पद से हटा देना चाहिए।
अपने ट्वीट के संबंध में उन्होंने कहा कि मैंने ट्विटर पर यही बताया है कि अरविंद अमेरिका में काम करते थे। ग्रीन कार्ड तो नहीं है, सिटिजन हैं भी या नहीं पता नहीं। स्वामी ने कहा कि अरविन्द ने लिखित में बयान दिया था, जिसमें उसने कहा कि भारत अमेरिका के अनुकूल नहीं चल रहा है, उसको सबक सिखाने के लिए कुछ करना चहिए। उन्होंने कहा कि मैंने 27 नामों की लिस्ट तैयार की है जिनको एक-एक कर निपटाऊंगा।
स्वामी द्वारा अरविंद सुब्रमण्यन को निशाना बनाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी ने उनसे पल्ला झाड़ लिया है। पार्टी सचिव श्रीकांत शर्मा ने इसे उनके निजी विचार बताते हुए कहा है कि भाजपा का इससे कुछ लेना-देना नहीं है। आज स्वामी केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलने भी पहुंचे थे। हालाँकि अभी मुलाकात के कारण का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसे स्वामी द्वारा मुख्य आर्थिक सलाहकार को निशाना बनाए जाने से जोड़ कर देखा जा रहा है।