सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
7 नवंबर की सुबह दिल्ली में प्रदूषण का स्तर सामान्य से कई दर्जे अधिक दर्ज किया गया, जिसके बाद दिल्ली सरकार हरकत में आ गई है। प्रदूषण से बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बच्चों और अभिभावकों को सलाह दी है कि विशेषतौर पर बच्चों को इस प्रदूषण से बचाकर रखें।
नमी और प्रदूषणकारी तत्वों के मेल से 6 नवंबर शाम से ही शहर पर धुंध की मोटी परत छाने लगी और वायु गुणवत्ता और दृश्यता में तेजी से गिरावट शुरू हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने मंगलवार को वायु गुणवत्ता की स्थिति ‘बेहद गंभीर’ दर्ज की की। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि बुधवार को दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे और अगर जरूरत पड़ी तो स्कूल आगे भी बंद रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि हेल्थ विभाग और सरकार की तरफ से यह एडवाइजरी जा रही कि है, लोग सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने से बचें।
सिसोदिया ने आगे कहा कि कोई, फसल, कोयला, सूखा पत्ती न जलाए, बाइक चालक मास्क लगाकर ड्राइविंग करें और बच्चों को पार्क में खेलने न दें, उन्हें घर के अंदर ही रखें। बढ़ते प्रदूषण के चलते दिल्ली-एनसीआर में पार्किंग शुल्क चार गुना बढ़ना तय है, जबकि कम बिजी घंटों में मेट्रो के किराए में अस्थायी रूप से कटौती की जा सकती है। पर्यावरण प्रदूषण निरोधक और नियंत्रण अधिकरण ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी एक गंभीर स्थिति का सामना कर रही है, जो अगले कुछ दिन तक बनी रहने वाली है।
ईपीसीए के अध्यक्ष भूरे लाल और सदस्य सुनीता नारायण ने कार्रवाई योजना के तहत निर्देश दिया है कि कम से कम 10 दिन तक कम व्यस्त समय में मेट्रो के किराए कम किए जाएं, मेट्रो के कोच और फेरे बढ़ाए जाएं। निकाय ने दिल्ली और आसपास के राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा को निर्देश दिया कि अधिक बसें लगाकर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को बेहतर बनाया जाये।