सानिया-बोपन्ना ने सातवें दिन दमदार प्रतियोगी जोड़ी को 67 मिनट चले मुकाबले में 6-4, 6-4 से आसान शिकस्त देते हुए क्वार्टर फाइनल जीत कर सेमीफाइनल में जगह बनायी। आज रात वीनस-राजीव को हराने पर वह फाइनल में पहुंच जाएंगे जबकि हारने पर उन्हें कांस्य के लिए खेलना होगा।
सानिया और बोपन्ना पूरे खेल में ब्रिटिश खिलाडियों पर भारी दिखे। बोपन्ना की सर्विस दमदार थी जबकि सानिया ने बैककोर्ट पर बेहतरीन खेल दिखाया। हालांकि बोपन्ना ने डबलफाल्ट के साथ शुरुआत की और सानिया ने वॉली पर लगातार गलतियां की जिससे थोड़ा दबाव बना था पर भारतीय जोड़ी ने तुरंत वापसी की। ब्रिटिश खिलाडियों की कई सहज गलतियों का भारतीय जोड़ी ने फायदा उठाया और जीत हासिल की।
आपको बता दें कि भारत ने ओलंपिक के इतिहास में टेनिस में अब तक मात्र एक ही पदक जीता है जो 1996 अटलांटा खेलों में लिएंडर पेस को मिला था।
उधर विकास कृष्णन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कल पुरूष 75 किग्रा मिडिलवेट मुक्केबाजी के प्री क्वार्टरफाइनल में तुर्की के सिपल ओंदर को 3-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी। एशियाई खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता विकास अब एक कड़े मुकाबले में उज्बेकिस्तान के बेक्तिमीर मेलिकुजियेव से भिड़ेंगे जो 2015 के एशियाई चैंपियनशिप में उन्हें मात दे चुके हैं। अगला मुकाबला जीतने पर वह अपने लिए कांस्य पदक पक्का कर लेंगे।
इन दो खेलों के अलावा दूसरे सभी खेलों में भारत को निराशा मिली। पहले ही क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर चुकी भारत की पुरूष हॉकी टीम ने साधारण प्रदर्शन करते हुए कनाडा के खिलाफ अपना आखिरी पूल मैच 2-2 से ड्रॉ किया। भारत अब कल क्वार्टर फाइनल में ग्रुप ए की विजेता टीम बेल्जियम से भिड़ेगा।