शीतसत्र: पहले दिन एटीएम की क़तार में धक्के खाते रहे सांसद, पत्रकार और सुरक्षाकर्मी

शिखा पाण्डेय,

कहते हैं, राम राज्य में शेर और बकरी एक ही घाट पर पानी पीते थे। भारत देश में भी लंबे समय से ऐसे अच्छे दिनों की उम्मीद थी, अब शायद वो आ गए हैं। हज़ार, पांच सौ की नोट बंदी ने छोटे-मोटों को ही नहीं, बड़े बड़ों को भी कतार में खड़ा कर दिया है। आपको बता दें कि संसद भवन परिसर में सांसद, सुरक्षाकर्मी और पत्रकार दिन भर एटीएम की कतार में धक्के खाते रहे।

संसद के कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी और पत्रकार संसद भवन परिसर में एक एटीएम से दूसरे एटीएम दौड़ लगाते दिखे। संसद भवन में मौजूद भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में सांसदों और पूर्व सांसदों के पुराने नोट बदले गए और वे अपने खाते से पैसे निकाल पाए। नोट बदलने पर उंगली पर स्याही लगाने पर सांसद नाराज होते भी नज़र आए।

इस काम में केवल पत्रकार या संसद के कर्मचारी ही नहीं लगे हुए थे, बल्कि संसद और नेताओं की सुरक्षा में लगे अर्द्धसैनिक बलों के जवान भी पूरे समय एटीएम से रुपए निकालने की ताक में लगे हुए थे। संसद भवन परिसर में स्थित भारतीय स्टेट बैंक से नोट बदलवाने पर उंगली पर काली स्याही लगाने से तमिलनाडु के एक सांसद नाराज भी हो गए। उन्होंने अंग्रेजी में कहा कि अपने पैसे के लिए सांसद से ऐसा क्यों कराया जा रहा है।

कैसा रहा माहौल-

लोकसभा के दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि देने के लिए निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने के पांच मिनट के दौरान ही स्थगित कर दी गई, जिसके बाद पत्रकार संसद भवन परिसर में लगे एटीएम की ओर दौड़े। पता चला कि किसी में रुपए नहीं हैं और संसदीय सौंध की एटीएम में लंबी लाइन लगी। फिर सभी ने पहली मंजिल पर स्टेट बैंक की शाखा की लॉज में घुसने का प्रयास किया। तब बताया गया कि वे केवल सांसदों और पूर्व सांसदों को ही पैसा देंगे। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने बैंक मैनेजर को दूसरों को भी सुविधा देने को कहा तो मैनेजर ने दो बजे के बाद का समय दिया।

इसके बाद संसद परिसर के पुस्तकालय के पास के एटीएम में पैसा डलने की खबर आई, फिर तो सभी सारा कुछ छोड़ कर वहीं दौड़े। मिनटों में लंबी लाइन लग गई, लेकिन यह सुनकर लोगों के होश उड़ गए कि कुल दो लाख रुपए ही एक बार में डाले जा सकते हैं। यानि पीछे खड़े लोगों की नंबर नहीं आने वाला है।

आमतौर पर लोकसभा की कार्यवाही न चलने पर कुछ ही समय में संसद परिसर में सन्नाटा पसरने लगता है, लेकिन बुधवार शाम तक लोग नोट बदलने और एटीएम से रुपया निकलवाने के चक्कर में परिसर में ही सक्रिय दिख रहे थे।

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