अनुज हनुमत,
अरुणाचल प्रदेश की राजनीति में एक के बाद एक नाटकीय परिवर्तन देखने को मिल रहे हैं। राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट से मना करते हुए कांग्रेस के बहुमत के प्रस्ताव को मान लिया है और अब पेमा खांडू प्रदेश के नए सीएम होंगे। इससे पहले आज दोपहर एक बजे विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही सीएम नबाम तुकी ने अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया है।
सूत्रों के मुताबिक़, सबसे ज्यादा कांग्रेस के 44 विधायक पेमा खांडू को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे, जिसके बाद नाबाम तुकी को इस्तीफा देना पड़ा। इसके पहले उन्होंने सुबह 9 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई। इसमें किन मसलों पर चर्चा हुई, इसका खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है। विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को लेकर पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दी गई थी।
आपको बता दें की एक्टिंग गवर्नर तथागत रॉय ने तुकी को 16 जुलाई को असेंबली में बहुमत साबित करने को कहा था। इससे पहले, तुकी ने गवर्नर से मिलकर बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय मांगा था। लेकिन गवर्नर ने उनकी मांग ठुकरा दी थी। अरुणाचल असेंबली में कुल 60 सीटें हैं। इस समय फिलहाल 58 विधायक हैं। 2014 में हुए इलेक्शन में कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं। बीजेपी को 11 और पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल प्रदेश को पांच सीटें मिलीं। पीपीए के 5 एमएलए कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसके बाद सरकार के पास कुल 47 एम.एल.ए. हो गए। लेकिन कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद तुकी के पास सिर्फ 26 विधायकों का ही सपोर्ट रह गया। 15 दिसंबर को स्पीकर ने 14 कांग्रेस विधायकों को डिसक्वालिफाई कर दिया था। इस समय राज्य में कलीखो पुल के साथ कांग्रेस के 19 बागी, बीजेपी के 11 और दो निर्दलीय एमएलए शामिल हैं। पेमा खांडू के प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बनने के साथ ही विशेषज्ञों का मानना है कई अब प्रदेश में चल रहा राजनीतिक संकट ख़त्म हो जायेगा।