अरविंद मौर्या | Navpravah.com
समाजसेवी कैलाश सत्यार्थी के अपार्टमेंट से उनके नोबेल पुरस्कार का सर्टिफिकेट चोरी मामले में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने राजन उर्फ नाटा नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया है। गौरतलब है कि 7 फरवरी को सत्यार्थी के बेटे ने चोरी के संबंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
शुरुआत में खबर आ रही थी कि इस चोरी में चोर सत्यार्थी का नोबेल भी चुरा ले गए हैं। इस पर सत्यार्थी के ऑफिस की तरफ से कहा गया है कि सत्यार्थी का नोबेल प्राइज राष्ट्रपति भवन में रखा गया है। चोर उनके अवॉर्ड की रेप्लिका चुरा ले गए हैं। ज्ञात हो कि अवॉर्ड पाने के बाद सत्यार्थी ने अपना यह अचीवमेंट देश को समर्पित कर दिया था। जिसके बाद उनका नोबेल प्राइज राष्ट्रपति भवन में सुरक्षित है। कैलाश सत्यार्थी कालकाजी स्थित अरावली अपार्टमेंट में रहते हैं। चोरों ने घर का ताला तोड़कर ज्वैलरी समेत दूसरी महंगी वस्तुओं सहित नोबेल प्राइज की रेप्लिका भी चुरा ले गये थे।
कैलाश सत्यार्थी का भारत का वह नाम है, जो पिछले लगभग 60 वर्षों से देश के बच्चों का बचपन बचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। अपनी अथक मेहनत के बल पर सत्यार्थी अब तक 80 हजार से अधिक बच्चों का जीवन बचा चुके हैं। इनका जन्म मध्य प्रदेश के विदिशा में 1954 में हुआ। कैलाश सत्यार्थी को मलाला युसुफ़ज़ई के साथ 2014 का शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया था, जिसकी रेप्लिका चोरों ने चुरा ली थी।