सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
गुजरात में कांग्रेस के अंदर घमासान हो गया है। राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग की बात सामने आने के 24 घंटे के अंदर शंकर सिंह बघेला बगावत पर उतर आए हैं। वाघेला ने जन्मदिन के बहाने अपने समर्थकों का जमावड़ा बुलाया, रैली में वाघेला ने बड़ा खुलासा किया है कि उन्हें कांग्रेस ने 24 घंटे पहले ही पार्टी से निकाल दिया है। वाघेला ने कहा, अभी मैं पार्टी में हूं लेकिन लगता है कि कांग्रेस पार्टी ने मुझे निकाल दिया है। वाघेला ने कहा कि मैं कांग्रेस से इस्तीफे का ऐलान करता हूँ।
वाघेला ने कांग्रेस पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि वे आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते। वाघेला ने कहा कि उनका लंबा सियासी इतिहास रहा है, वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भी रह चुके हैं। वाघेला ने ये भी कहा कि मैं कहीं भी जा सकता हूं लेकिन बीजेपी में नहीं जाऊंगा। उन्होंने कहा, “मैंने विपक्ष के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया है, राज्यसभा चुनाव के बाद मैं कांग्रेस के विधायक के रूप में भी इस्तीफा दे दूंगा।
वाघेला के जन्मदिन के बहाने बुलाए इस कार्यक्रम में समर्थक नेता जुटे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने अपने नेताओं से वाघेला के कार्यक्रम में जाने को मना किया है। राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए वाघेला गुट को जिम्मेदार माना जा रहा है। वाघेला ने साफ कहा कि क्रॉस वोटिंग में उनका कोई हाथ नहीं है, बल्कि उन्होंने एनसीपी के नेताओं से भी मीरा कुमार के पक्ष में वोट कराया।
अपने जन्मदिन कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं के आने पर रोक से गुस्साए वाघेला खुलकर सामने आ गए हैं। कार्यक्रम से पहले वाघेला ने कहा, पार्टी को अधिकार है अपने वर्कर को रोकने का और वर्कर का राइट है आए या ना आए। ये एक्शन बहुत समय पहले लेना चाहिए था। हमने क्रॉस वोटिंग नहीं करवाई है, मैंने दो एनसीपी के विधायकों को लाकर वोट कराया है।