एनपी न्यूज़ डेस्क। Navpravah.com
देशभर के विश्वविद्यालयों में 2019 से एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को एंट्रेंस देना अनिवार्य कर दिया गया है। मैनेजमेंट, मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे बड़े कोर्सों के लिए ही अबतक विद्यार्थी विश्वविद्यालयों में एंट्रेंस देते आये हैं पर अब 2019 से देशभर की 800 यूनिवर्सिटीज में विद्यार्थियों को सभी कोर्सों में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम से होकर गुजरना होगा।
एक निजी अखबार से बातचीत के दौरान एचआरडी मिनिस्टर(हायर एजुकेशन) डॉ.सत्यपाल सिंह ने बताया कि इस प्रोसेस के दो फायदें हैं, एक तो स्टूडेंट और पेरेंट्स को कटऑफ की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा और इसके साथ ही नक़ल करने वाले बच्चे होनहार बच्चों से आगे नहीं जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि 2018 तक सरकार ने स्पाईकिंग खत्म करने के निर्देश दे रखें हैं। इसलिए ऐसा करना जरुरी है ताकि स्टूडेंट्स को सही रिजल्ट मिले न कि स्पाईकिंग करके नंबर बढ़वाए जाए।
इस समय देशभर में 800 यूनिवर्सिटीज और 41,864 कॉलेज हैं, जिसमें तकरीबन 2,84,84,738 स्टूडेंट्स हैं। इन सभी यूनिवर्सिटीज में प्रति वर्ष 94 लाख स्टूडेंट्स एडमिशन लेते हैं। पहले सिर्फ प्रोफेशनल कोर्सों के लिए एंट्रेंस देना होता था पर अब स्टूडेंट्स को हर कोर्स के एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम देना होगा।