मध्य प्रदेश: अप्रैल में ही स्थिति बदहाल, 600 मीटर का गड्ढा खोदकर निकाल रहे पीने का पानी

जल संकट
जल संकट

एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com

हमारा जीवन पानी के बिना अधूरा है ऐसे में जीवन यापन करना मुश्किल हो जाता है ऐसी ही खबर मध्य प्रदेश से सामने आई है आप को बता दें। मध्य प्रदेश के कई जगहों पर लोग आज भी जल संकट से जूझ रहे हैं। छतरपुर में लोग पीने का पानी न मिल पाने के कारण बहुत परेशान हैं। यहां लोगों को पानी के लिए कम से कम 600 मीटर का गड्ढा खोदना पड़ रहा है। लेकिन उनकी मुसीबत यही नहीं ख़त्म होती है। क्योंकि इतनी मेहनत के बाद भी लोगों को पीने के लिए साफ पानी नहीं मिल पा रहा है।

आप को बता दें छतरपुर के झमतुली में रहने वाले स्थानीय लोग पानी को पीने लायक बनाने के लिए पानी को कपड़े से छानते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हम यहां शादियों की भी तैयारियां नहीं कर पा रहे हैं। हमें इसके लिए दिल्ली तक जाना पड़ रहा है। मवेशियों ने बहुत दिनों से पानी नहीं पिया है। ऐसे में सारा भार हमें ही ढोना पड़ रहा है।

सूत्रों के मुताबिक, इस मामले पर एसडीएम एजाज खान का कहना है कि हमने बोरिंग की और 600 मीटर की गहराई पर हमें पानी मिला। अब हम उसके अंदर सबमर्सिबल फिट कर रहे हैं। साथ ही हमने हैंडपंप लगाने के लिए भी जगह चुन ली है।

आपको बताते चले, कि बुंदेलखंड के ज्यादातर गांवों में पानी का संकट देखने को मिल रहा है। कई-कई किलोमीटर तक लोगो को चलना पड़ता है। पर फिर भी लोगों को पानी नसीब हो पा रहा है। बुंदेलखंड मध्य प्रदेश के छह जिले छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, सागर व दतिया और उत्तर प्रदेश के सात जिलों झांसी, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा, महोबा, कर्वी (चित्रकूट) को मिलाकर बनता है। इन सभी जगह हालात एक जैसे हैं।

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