आसाराम और राम-रहीम से भी बड़े बाबा का भंडाफोड़, खुद को कृष्ण बताकर बनाता था रिलेशन

दिल्ली के एक आश्रम में फिर हुआ रेप

एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com 
 
दिल्ली में सेक्स रैकेट से संबंधित एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। दिल्ली के विजय विहार में स्पिरिचुअल यूनिवर्सिटी नाम से आश्रम चलाने वाला वीरेंद्र दीक्षित खुद को कृष्ण बताकर आश्रम की महिलाओं से कुकृति को अंजाम देता था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली की महिला आयोग की टीम ने इस आश्रम पर छापेमारी की, तो वहां से वीरेंद्र दीक्षित के कारनामों का पता चल पाया। अब यह केस सीबीआई को सौंप दिया गया है।
 
राजस्थान की एक महिला अनुयायी की बेटी की शिकायत के बाद इस मामले का भांडा फोड़ हुआ। महिला अनुयायी ने अपनी चारों बेटियों को भक्ति के लिए आश्रम में छोड़ दिया था, जिसमें एक नाबालिग है। नाबालिग बच्ची ने मां को बताया कि बाबा ने उसके साथ रेप किया। इस पर महिला और उसके पति ने बाबा पर रेप का केस दर्ज कराया। बाद में पूरा मामला सामने आ गया। बाबा पर रेप समेत कई धाराओं में 11 मामले दर्ज हैं। पुलिस इन सभी की जांच कर रही है। इसमें विक्टिम्स ने कृष्ण अवतार का ढकोसला समेत सारी बातें बताई हैं।
 
वहीं दिल्ली वुमन कमीशन की प्रेसिडेंट स्वाति जयहिंद के अनुआर, महिलाओं को नशीली दवाएं दी जाती थीं। टीम को मिले वीडियो में सामने आया है कि वीरेंद्र खुद को कृष्ण बताता था और गोपियों के रूप में लड़कियों को संबंध बनाने के लिए राजी करता था। आश्रम में लड़कियों को पांच दिन तक एक कमरे में बंद रखा जाता था। इसके बाद बाबा का वीडियो दिखाकर उनका ब्रेनवॉश किया जाता था। स्वाति जयहिंद ने आगे बताया कि यह आश्रम नहीं, छावनी है। यहां हर कदम पर मेटल गेट है, जिन पर ताले लगे रहते हैं। जांच करने पहुंची टीम ने महिलाओं से पूछा तो उन्होंने बताया कि वह दीक्षा लेती है, लेकिन उन्हें वहां कोई धार्मिक शिक्षा या ग्रंथ नहीं मिला। वहीं चार मंजिला आश्रम के अंदर बोर्ड पर लिखा था, “आपसे कोई पूछे कैसे हो तो बताना-ठीक हैं और खुश हैं।”

इस मामले में हाईकोर्ट में पिटीशन लगाने वाली सीमा शर्मा के मुताबिक, इस आश्रम में नाबालिग बच्चियों को दीक्षा देने की बात कहकर लाया जाता है। बच्चियों के परिवारवाले हर महीने रुपए भी भेजते हैं। पेरेंट्स से 10 रुपए के स्टैम्प पेपर पर उनकी रजामंदी का हलफनामा भरवाया जाता था। 18 साल की होने पर लड़कियों को एक कागज पर सिग्नेचर करने पड़ते थे। इसमें लिखा रहता था कि वे स्वेच्छा से रह रही हैं।

पड़ोसियों के अनुसार रात में कई लड़कियां आश्रम में आती-जाती हैं। उनके अनुसार वहां सेक्स रैकेट चलता है। कई राज्यों की लड़कियां यहां रहती हैं। इनमें प्रमुख रूप से उड़ीसा, बंगाल, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, राजस्थान शामिल हैं।

एक NGO ने आश्रम पर कोर्ट में लगाई थी जिसपर आश्रम में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं को बंधक बनाकर सेक्सुअल हैरसमेंट के आरोप के बाद एक एनजीओ ने कोर्ट में गुहार लगाई थी।बंधक बनाकर युवतियों के साथ सेक्शुअल हरासमेंट का आरोप लगाया था जिसपर कोर्ट ने इस मामले पर महिला आयोग को जांच का आदेश दिया था। कार्रवाई के बाद टीम ने बुधवार को हाईकोर्ट को रिपोर्ट सौंपी। सुनवाई में एडिशनल चीफ जस्टिस गीता मित्तल और जस्टिस सी हरिशंकर ने कहा कि यह राम-रहीम जैसा मामला हो सकता है। सीबीआई जांच होनी चाहिए।

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