कोमल झा| Navpravah.com
दार्जिलिंग आज (रविवार) भी तनाव से घिरा रहा, जहां हजारों प्रदर्शनकारी जीजेएम के एक कार्यकर्ता के शव को लेकर चौक बाजार में जमा हुए और उन्होंने अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर नारेबाजी की. पुलिस के साथ संघर्ष में जीजेएम कार्यकर्ता मारा गया था.
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कल हुई झड़पों के बाद पश्चिम बंगाल के इस पर्वतीय जिले में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. शहर के बीचोंबीच स्थित चौकबाजार में प्रदर्शनकारी काले झंडे और तिरंगा लेकर एकत्रित हुए. उन्होंने नारेबाजी की और दार्जिलिंग से तत्काल पुलसकर्मियों और सुरक्षा बलों को हटाने की मांग की.जीजेएम ने दावा किया है कि पुलिस ने कल (शनिवार) सिंगमारी में उनके दो समर्थकों की गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस ने अपने कर्मियों द्वारा गोलीबारी करने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि झड़प के दौरान एक व्यक्ति की मौत हुई है.
वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में हिंसा से कभी हल नहीं निकलेगा. आपसी बातचीत से मुद्दे सुलझाए जा सकते हैं. मैंने ममता बनर्जी से बात की, उन्होंने कहा है कि दार्जिलिंग में हालात सुधर रहे हैं। अपील है कि लोग हिंसा का सहारा न लें. GJM चीफ, बिमल गुरुंग ने कहा है कि अगर पुलिस हमें रोकेगी तो हम आंदोलन जारी रखेंगे। हम और दिक्कतें पैदा करेंगे। सरकार ने शनिवार को हुई हिंसक घटनाओं को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
दार्जिलिंग में कुछ साल के अंतराल के बाद बीते आठ जून को फिर से हिंसक प्रदर्शनों की शुरुआत हुई और तब से मौत का यह पहला मामला है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा था कि दार्जिलिंग में चल रहे आंदोलन में गहरी साजिश है और इसे पूर्वोत्तर और कुछ अन्य देशों के विद्रोही समूहों का समर्थन प्राप्त है.
जीजेएम ने ममता के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह अस्मिता के लिए चल रही गोरखाओं की लड़ाई को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। शनिवार की हिंसा और आगजनी के बाद से पुलिस हाई अलर्ट पर है और उसने सेना के साथ मिलकर पर्वतीय क्षेत्र के कई इलाकों में मार्च किया. पुलिस ने सरकारी और जीटीए के कायार्लयों के बाहर तथा पहाडि़यों में आने और निकलने के विभिन्न स्थानों पर चौकियां एवं अवरोधक लगाए हैं. बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है.
जीजेएम के नेता बिनय तमांग ने कहा, हम पश्चिम बंगाल सरकार के साथ वार्ता करने को तैयार नहीं है. ममता बनर्जी ने हमारा अपमान किया है उन्होंने हमें आतंकवादी कहा है. उन्होंने कहा, हम अपने अधिकारों और आजादी को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. हम केवल केंद्र सरकार के साथ वार्ता करेंगे. ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ वार्ता करने में हमारी दिलचस्पी नहीं है.
अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर पिछले 10 दिनों से अशांत चल रहे दार्जिलिंग में शनिवार को जीजेएम कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच व्यापक झड़प देखने को मिली. इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबी) का एक सहायक कमांडेंट समेत 35 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. सहायक कमांडेंट गंभीर रूप से घायल हो गए.