सौम्या केसरवानी | Navpravah.com
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के कारण कांग्रेस ने आज भारत बंद का आह्वान किया है। यदि बीजेपी की जगह कांग्रेस सत्ता में होती, तो पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़े दामों को कम करने के लिए क्या करती, इसका जवाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने पहले दिया था।
पी चिदंबरम ने पेट्रोलियम पदार्थों को वस्तु एवं सेवा कर के अंदर लाने को कहा था, “अगर आप पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाते हैं, तो कीमतें कम होंगीं। इसी आधार पर कांग्रेस की मांग है कि मौजूदा बाजार के परिप्रेक्ष्य में यदि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए तो तेल के दाम 15 से 18 रुपये तक गिर सकते हैं।
पी चिदंबरम ने कुछ समय पहले यह भी कहा था कि क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट आने से केंद्र सरकार प्रति लीटर पेट्रोल पर 15 रुपये बचा रही है, इसके अलावा सरकार की तरफ से एक लीटर पेट्रोल पर 10 रुपये का अतिरिक्त टैक्स लगाया जा रहा है।
दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 80.73 रुपए प्रति लीटर है, वहीं, डीजल के दाम 72.83 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं, देश में सबसे महंगा पेट्रोल मुंबई में है, जहां इसके दाम 88.12 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गए हैं, वहीं, मुंबई में डीजल की कीमतें 77.32 रुपए प्रति लीटर हो गईं है।
हालांकि जब चिदंबरम ने 25 रुपये में गिरावट की बात कही थी, उस वक्त कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट थी लेकिन उसके बावजूद तेल के दाम कम नहीं हुए, अब पिछले एक महीने में कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है।
कीमतों में 7 डॉलर प्रति बैरल की तेजी आ चुकी है, ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से स्थितियां और बिगड़ने के आसार हैं, ईरान के तेल निर्यात में कमी देखने को मिली है, जिसकी वजह से तेल की कीमतों में उछाल आया है।