सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com
भारत में भ्रष्टाचार को खत्म करने के भले तमाम दावे किए जाते हों, लेकिन बता दें कि साल के मुकाबले इस साल भारत में घूस देने के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, पिछले एक साल में देश के 56 फीसदी लोगों ने या तो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से घूस दी है।
ये दावा ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया एंड लोकल सर्किल्स ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है, ये सर्वे 1.60 लाख प्रतिक्रियाओं के आधार पर किया गया है, पिछले साल 45 फीसदी लोगों ने देश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से अपने काम के लिए रिश्वत दी थी।
इस साल ये आंकड़ा बढ़कर 56 फीसदी पर पहुंच गया है, इस सर्वे के अनुसार, 58 फीसदी लोगों का कहना है कि उनके राज्य में एंटी करप्शन हेल्पलाइन जैसी कोई चीज नहीं है, वहीं 33 फीसदी लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि वह इस तरह की किसी भी हेल्पलाइन से परिचित नहीं हैं।
इस सर्वे के अनुसार, घूस में सबसे ज्यादा नकद लेन देन का इस्तेमाल हुआ है, कुल रिश्वत में 39 फीसदी रकम नकद दी गई है, वहीं 25 फीसदी एजेंट द्वारा घूस दी गई है, इसमें सबसे ज्यादा घूस पुलिसवालों को दी गई है।
सर्वे बताता है कि, पिछले साल और इस साल रिश्वत देने वाले 36 फीसदी लोगों का कहना था कि अपना काम कराने का यही एकमात्र तरीका है, पिछले साल जहां 43 फीसदी लोग कह रहे थे कि अपना काम कराने के लिए वह रिश्वत नहीं देते तो इस साल ऐसे लोगों का आंकड़ा 39 फीसदी ही था।